सार

मेरठ एसपी सिटी ने उपद्रवियों को पाकिस्तान चले जाने की भी नसीहत दी थी। वीडियो सामने आते ही इस मुद्दे ने तूल पकड़ा और विपक्षी दल के नेताओं ने यूपी पुलिस और केंद्र व राज्य सरकार पर जमकर हमला बोलना शुरू कर दिया है।

लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मेरठ के एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह के वायरल हुए वीडियो का समर्थन किया है। कहा कि मेरठ एसपी सिटी का बयान सभी मुसलमानों के लिए नहीं था। यह उन लोगों के लिए था जो हिंसा के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे और पथराव कर रहे थे। कोई भी यदि इस तरह की गतिविधियों में शामिल होता है, जो उस लिहाज से एसपी सिटी का बयान गलत नहीं है। 

मायावती ने बर्खास्त करने की किया मांग
इससे पहले, सुबह बसपा की अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट कर लिखा था 'उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में वर्षों से रह रहे मुसलमान भारतीय है ना कि पाकिस्तानी यानि CAA/NRC के विरोध-प्रदर्शन के दौरान खासकर उत्तर प्रदेश के मेरठ एसपी सिटी उनके प्रति साम्प्रदायिक भाषा/टिप्पणी करना अति निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे सभी पुलिसकर्मियों की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए और दोषी होने के सही सबूत मिलने पर फिर उनको तुरंत नौकरी से बर्खास्त करना चाहिए। बीएसपी की यह मांग है'।

प्रियंका ने साधा था भाजपा पर निशाना
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा ने संस्थाओं में सांप्रदायिकता का जहर घोल दिया है। अधिकारियों को अब संविधान की कसम की कोई कद्र नहीं है। 

केंद्रीय मंत्री की थी निंदा
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि अगर वीडियो में दिख रहे एसपी का बयान सही है तो ये निंदनीय है। उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। ये एक लोकतांत्रिक देश का हिस्सा नहीं हो सकता। 

(प्रतीकात्मक फोटो)