सार
भाजपा के पूर्व विधायक के भतीजे का भू माफियाओं से परेशान होकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार, पूर्व विधायक के भतीजे के दो निर्माणाधीन मकान पर कुछ लोगों ने ताला लगाकर कब्जा कर लिया था।
कानपुर: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के 5 वर्षों के कार्यकाल में बुलडोजर बेहद चर्चा में रहा, जिसकी वजह थी प्रदेश के भू-माफियाओं और अपराधियों पर की जाने वाली ताबड़तोड़ कार्रवाई। योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के भू-माफियाओं पर हो रही ताबड़तोड़ कार्रवाई से एक तरफ प्रदेश की जनता ने खुश होकर यूपी में बीजेपी की फिर से सत्ता वापसी कराई। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा के पूर्व विधायक के भतीजे का भू माफियाओं से परेशान होकर आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार, पूर्व विधायक के भतीजे के दो निर्माणाधीन मकान पर कुछ लोगों ने ताला लगाकर कब्जा कर लिया था। जमा पूंजी फंस जाने के कारण वह मानसिक तनाव में था। जिसके बाद बीते रविवार शाम चार बजे घर की तीसरी मंजिल पर फांसी लगा ली।
पिता ने 1 नामजद समेत 5 अज्ञात के खिलाफ दर्ज कराई FIR
पूरा मामला कानपुर के नौबस्ता थाना क्षेत्र का है, जहां पूर्व विधायक रघुनंदन सिंह भदौरिया के भतीजे नारायण सिंह ने भूमाफिया से तंग आकर फांसी लगाकर जान दे दी। पूर्व विधायक के भाई लक्ष्मण सिंह नौबस्ता के आवास विकास हंसपुरम में रहते हैं। घटना के बाद मृतक के पिता लक्ष्मण सिंह ने कानपुर के नौबस्ता थाने में एक नामजद समेत पांच अज्ञात के खिलाफ कानपुर के नौबस्ता थाने में तहरीर दी है। वहीं, मामले को लेकर गोविंद नगर के एसीपी विकास पांडेय ने बताया कि 'खुदकुशी प्रकरण में जमीन विवाद की जानकारी मिली है। यह सही है कि कुछ लोगों ने मकान पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने कहा कि मारक के पिता की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।'
होली के दिन निर्माणाधीन मकान पर ताला लगाकर चले गए गए भू-माफिया
पुलिस को दी गई तहरीर में पिता ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि कि चार-पांच दिन पहले इलाके में रहने वाले दबंग रविकांत पांडेय आने 5 से 6 साथियों के साथ उनके पास आए और कहा कि दोनों मकान उसके हैं। इसके साथ ही उन्होंने मकान में हो रहे निर्माण कार्य को रोकने की बात कही। मौके पर गर्मागर्मी को देखकर स्थसनिय लोगों ने मामले को शांत कराया। पीड़ित पिता लक्ष्मण सिंह ने कहा कि होली वाले दिन आरोपित दुबारा आए और दोनों मकान पर ताला लगाकर कब्जा कर लिया। इसके बाद से ही मृतक नारायण परेशान था और खुदकुशी जैसा कदम उठा लिया। वहीं, इस मामले में पूर्व विधायक रघुनन्दन सिंह भदौरिया का कहना है कि भतीजे ने इस बारे में कुछ नहीं बताया था, यदि उसने जानकारी दी होती तो समस्या आसानी से सुलझ जाती।