सार
राजधानी लखनऊ के शकुंतला मिश्रा यूनिवर्सिटी की एक महिला अधिकारी ने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार समेत चार बड़े अफसरों पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। महिला ने चारों अफसरों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। आरोपियों में रजिस्ट्रार अमित कुमार, अमित कुमार राय, प्रोफेसर हिमांशु शेखर झा, डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह के नाम शामिल है। उधर, पुलिस यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार समेत चार बड़े अफसरों से पूछताछ में जुटी है।
लखनऊ: डॉक्टर शकुंतला मिश्रा पुर्नवास विश्वविद्यालय ( Dr Shakuntala Mishra University) की एक महिला अधिकारी ने राजधानी लखनऊ के पारा थाने में यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार समेत चार बड़े अधिकारियों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। महिला ने थाने में जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी है, उन आरोपियों रजिस्ट्रार अमित कुमार, अमित कुमार राय, प्रोफेसर हिमांशु शेखर झा, डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह है।
कुलसचिव पर लगाए गंभीर आरोप
पीड़िता का आरोप है कि सितंबर 2018 में उनकी नियुक्ति हुई थी। विवि में नियुक्त होने के बाद से कुलसचिव महिला पर गलत नजर रखते थे। कई बार उन्होंने करीब आने की कोशिश की और करियर खराब करने की धमकी दी। आरोपित जब अपनी मंशा में सफल नहीं हुए तो अपने साथियों का सहारा लिया। अन्य आरोपित महिला पर कुलसचिव की बात मान लेने का दबाव बनाते थे। आरोप है कि दो जनवरी काे डायनिंग हाल में पीड़िता को अकेला देखकर कुलसचिव ने उसे पीछे से पकड़ लिया। किसी तरह पीड़िता आरोपित के चंगुल से छूटकर बाहर निकली। पीड़िता ने कुलपति को पत्र लिखकर पूरे मामले की जानकारी दी और कार्रवाई की मांग की। पीड़िता का कहना है कि आरोपितों के दबाच में विवि प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। यही नहीं, उल्टा पीड़िता को ही गलत बता दिया। परेशान होकर पीड़िता ने पारा थाने में शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है।
सभी आरोप को बताया निराधार
इस संबंध में परीक्षा नियंत्रक डा. अमित कुमार राय का कहना है कि महिला की ओर से लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। महिला के खिलाफ जांच चल रही है, जिसे प्रभावित करने के लिए उसने झूठा मुकदमा लिखवाया गया है। पूरे मामले की निष्पक्षता से जांच होगी तो सारी सच्चाई उजागर हो जाएगी। कुलसचिव समेत अन्य पर मनगढंत आरोप लगाए गए हैं। इस संबंध में पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की गहनता से जांच होने के बाद ही मामले का सही पता चल सकेगा। प्रकरण की जांच की जा रही है।