सार

पेपर लीक मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ सख्त दिखाई पड़ रहे हैं। मामले में निदेशक माध्यमिक शिक्षा के पद से हटाए जाने के बाद विनय कुमार पाण्डेय को निलंबित कर दिया गया है। उन्हें 5 दिन पहले ही पद से हटाया गया था।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षा में पेपर लीक के मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ सख्त तेवर अपनाए हुए हैं। मंगलवार को उन्होंने बड़ी कार्रवाई करते हुए विनय कुमार पाण्डेय को निलंबित कर दिया। ज्ञात हो कि पांच दिन पहले ही निदेशक माध्यमिक शिक्षा के पद से विनय कुमार पाण्डेय को हटाया गया था। 

निलंबित किए गए विनय कुमार पाण्डेय

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर ही एक और बड़ी कार्रवाई की गई है। निदेशक माध्यमिक शिक्षा विनय कुमार पाण्डेय को मंगलवार को निलंबित कर दिया गया। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला की ओऱ से मामले में जानकारी साझा करते हुए बताया गया कि पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही पर विनय कुमार पाण्डेय को निलंबित किया गया है। यह निलंबन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर किया गया है। 

5 दिन पहले ही हुआ था तबादला

ज्ञात हो कि निदेशक उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा विनय कुमार पाण्डेय को 21 अप्रैल को पद से हटाने के साथ ही निदेशक साक्षरता वैकल्पिक शिक्षा उर्दू प्राच्य भाषाएं के पद पर भेजा गया था। हालांकि इसके बाद उन्हें अब निलंबित करने का आदेश दिया गया है। वहीं माध्यमिक शिक्षा निदेशक के पद का कार्यभार अपर परियाजना निदेशक सरिता तिवारी को सौंपा गया था। अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला ने इसको लेकर आदेश जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि अग्रिम आदेश तक सरिता तिवारी को अपर परियोजना निदेशक राज्य परियोजना कार्यालय लखनऊ की जिम्मेदारी दी जाती है। इसी के साथ ही स्पष्ट किया गया था कि उन्हें इस पद के लिए कोई भी अतिरिक्त वेतन, भत्त आदि देय नहीं होगा। 

इस मामले में माना जा रहा है कि कई अन्य अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है। सीएम की सख्ती के बाद विभागीय तौर पर भी अधिकारी एलर्ट नजर आ रहे हैं। 

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