सार

जादूगर ओपी शर्मा का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने राजनीति की दुनिया में भी अपनी किस्मत आजमाई थी हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिल सकी। कानपुर में उनका भूत बंगला काफी लोकप्रिय था।

कानपुर: मशहूर जादूगर ओपी शर्मा का शनिवार की देर रात निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। कानपुर के फार्च्यून अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। डायलिसिस भी जारी थी। ओपी शर्मा ने अपनी जादू की कला के दम पर देश-विदेश में काफी नाम कमाया है। इस बीच उन्होंने राजनीति में भी अपनी किस्मत आजमाई, हालांकि उन्हें वहां पर सफलता नहीं मिल सकी। वह अक्सर कहते रहते थे मैं रहूं या न रहूं जादू चलता रहेगा।

राजनीति में नहीं मिली सफलता 
गौरतलब है कि ओपी शर्मा को सन 2002 में सपा के टिकट पर गोविंद नगर से विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया गया था। चुनाव प्रचार के दौरान उनकी वोट मांगने की कला से भी लोग काफी प्रभावित हुए थे। वह जिस अंदाज में मंच पर अपना शो दिखाते थे उसी तरह से वह जनता के बीच जाकर वोट की अपील भी कर रहे थे। उनकी चुनावी सभाओं में भीड़ तो बहुत आई लेकिन वह वोट जुटाने में असफल रहे। आपको बता दें कि ओपी शर्मा जब कभी भी किसी शहर में शो के लिए जाते थे तो उनके साथ में 100 से अधिक लोगों का काफिला रहता था। इसमें टोली में सहयोगी, पुरुष और महिला कलाकार, संगीतकार, गायक, मेकअप मैन, प्रकाश नियंत्रक समेत कई सहयोगी शामिल होते थे। जब वह दूसरी जगह के लिए रवाना होते थे तो इंद्रजाल का सारा सामान 16 से अधिक ट्रकों में समाता था। 

आवास के बाहर बनी थी भूतों की आकृति 
ओपी शर्मा ने कानपुर दक्षिण के बर्रा-2 में अपने आवास का निर्माण करवाया था। इस आवास का नाम उन्होंने भूत बंगला रखा था। घर के मुख्य द्वार पर भूतों की आकृति बनाई गई थी। कानपुर दक्षिण के बदला क्षेत्र में उनका यह बंगला काफी ज्यादा चर्चित रहा। ओपी शर्मा के परिवार में उनकी पत्नी मीनाक्षी हैं। उनके बड़े बेटे प्रेम प्रकाश शर्मा दिल्ली दूरदर्शन में कार्यरत हैं। जबकि मंझले बेटे सत्य प्रकाश शर्मा इस समय ओपी शर्मा जूनियर के रूप में स्थापित हैं। वहीं तीसरा बेटा पंकज प्रकाश शर्मा प्रिंटिंग प्रेस में कार्यरत है। बेटों के अलावा सबसे छोटी बेटी रेनू इस समय यूएसए में रह रही है। 

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