सार

पुलिस अधीक्षक पूनम का कहना है 2009 में अवधेश शुक्ला हत्याकांड में मृतक रमेश मुख्य आरोपी था। लगता है इसी रंजिश में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जल्द से जल्द इस हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार कर खुलासा किया जाएगा।

लखीमपुर खीरी (Uttar Pradesh) ।  लाक डाउन में आज सरकारी गल्ले की दुकान पर राशन लेने पहुंचे पिता-पुत्र की हत्या कर दी। वारदात को बदमाशों ने गोली व बांके से अंजाम दिया है। आरोपी वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए। पुलिस शव को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई है। घटना के कारण को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। यह घटना फरधान थाना क्षेत्र के बरखेरवा की है।

यह है पूरा मामला
मनिकापुर निवासी रमेश शुक्ला वकील (45) अपने बड़े बेटे भोलू के साथ गांव बरखेरवा कोटेदार की दुकान पर गए थे। इसी बीच कई सालों से चली आ रही रंजिश में हमलावरों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। लोग कुछ समझ पाते इससे पहले ही दोनों को गोली मार दी। इसके बाद उन पर बांके से भी हमला किया गया। जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। 

पुरानी दुश्मनी में हुई हत्या
पुलिस ने आनन-फानन में दोनों शव को लखीमपुर मुख्यालय भेज दिया। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि दस साल पहले पूर्व प्रधान अवधेश शुक्ला की हत्या हुई थी, जिसके मुख्य आरोपी रमेश शुक्ला थे। दो साल जेल काटने के बाद उन्हें कोर्ट ने बरी कर दिया था। इसी दुश्मनी के चलते हत्या हुई है। पुलिस मौके पर जांच पड़ताल करने में जुटी है।

एसपी ने जताई यह आशंका
पुलिस अधीक्षक पूनम का कहना है 2009 में अवधेश शुक्ला हत्याकांड में मृतक रमेश मुख्य आरोपी था। लगता है इसी रंजिश में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जल्द से जल्द इस हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार कर खुलासा किया जाएगा।