सार
यूपी के फिरोजाबाद के जसराना में शार्ट सर्किट से एक तीन मंजिला मकान में भीषण आग लग गई। इस हादसे में परिवार के 6 सदस्यों की जिंदा जलकर मौत हो गई। बता दें कि 18 दमकल गाड़ियों द्वारा ढाई घंटे में आग पर काबू पाया जा सका।
फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के जसराना में शार्ट सर्किट के कारण तीम मंजिल मकान में भीषण आग लग गई। इस हादसे में परिवार के 6 सदस्यों की जिंदा जलकर मौत हो गई। अपने परिवार को अपनी आंखों के सामने जिंदा जलता देखने वाले बुजुर्ग पिता रमन प्रकाश का दर्द छलका है। बात करते हुए उनकी आवाज भर्रा जाती है। इस हादसे में रमन प्रकाश का बड़ा बेटा मोहन, मोहन की पत्नी नीरज, दो बेटे हर्ष और भारत, नितिन की पत्नी शिवानी और उसकी 3 महीने की मासूम बेटी तेजस्वी की मौत हो गई। बता दें कि सभी के शवों का बुधवार को अंतिम संस्कार किया गया। वहीं इस हादसे के बाद से परिवार में मातम छाया हुआ है। जसराना के पाढ़म में मुख्य बाजार में रमन प्रकाश का मकान बना हुआ है। लेकिन परिवार के सदस्यों से भरा परिवार अब वीरान नजर आता है।
हादसे में परिवार के 6 सदस्यों की मौत
सामने से देखने पर मकान काला पड़ गया है। इस हादसे के दौरान रमन का छोटा बेटा नितिन किसी काम से बाहर गया था। वापस आने पर उसकी पत्नी, बच्ची, भाई-भाभी और भतीजे सभी की मौत हो चुकी थी। नितिन मकान के अंदर अधजले सामान को देख सिसक रहा था। नितिन इस हादसे के बाद से किसी से बात करते नहीं नजर आए। वहीं नितिन के पिता ने दर्दनाक मंजर के बारे में बताते हुए कहा कि उन्हें फोन पर जानकारी मिली कि घर में आग लग गई है। जब वह मौके पर पहुंचे तो देखा पूरे घर धधक-धधक कर जल रहा है। बड़ा बेटा मोहन किसी तरह बेटी उन्नति को बाहर निकाल पाया। इसके बाद वह अन्य लोगों को बचाने अंदर गया तो फिर वापस बाहर नहीं निकल पाया। वहीं 6 साल की मासूम उन्नति अपने बाबा की गोद में बैठकर मां को तलाश कर रही है।
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तीस से चालीस फुट ऊंची उठ रही थीं आग की लपटें
बुजुर्ग पिता ने बताया कि लोग उन्हें पकड़े हुए थे। वहीं 18 दमकल वाहन आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने बताया कि उनके सामने पूरा परिवार जल रहा था लेकिन वह कुछ नहीं कर सके। बुजुर्ग के रिश्तेदारों ने बताया कि तीस से चालीस फुट आग की लपटें उठ रही थी। आग ने तीन मंजिला मकान को बुरी तरह से अपने गिरफ्त में ले लिय़ा था। वहीं आस-पड़ोस के लोगों ने बताया कि कुछ समय पहले रमन के घर में चोरी हो गई थी। जिसके बाद इस तरह की घटना दोबारा न हो सके तो सुरक्षा के इंतजामों को पुख्ता किया गया था। जिसके चलते कई जगह मकान में लोहे की ग्रिल लगवा दी गई थी। इसलिए आग लगने के बाद परिवार भाग नहीं पाया। लोगों का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था ने पूरे परिवार की जान ले ली।
आग बुझाने में लगी 18 दमकल की गाड़ियां
आग लगने की सूचना मिलने पर 18 दमकल की गाड़ियां और 12 थानों की पुलिस मौके पर पहुंची थी। वहीं करीब ढाईं घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। बुधवार सुबह सभी शवों को अंतिम संस्कार किया गया। इसके अलावा आग पर काबू पाने के लिए फिरोजाबाद के अलावा आगरा, एटा और मैनपुरी से दमकल की गाड़ियों को बुलाया गया। कुछ लोगों ने बताया कि मुख्य बाजार होने के कारण यह एरिया काफी कंजेस्टेड था, इसलिए रेस्क्यू में दिक्कत आई है।