सार
यूपी के वाराणसी के डॉ अभिषेक विक्रम को गोवा पुलिस ने ड्रग्स लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान उनकी महिला मित्र भी उनके साथ थी। ड्रग्स की ओवरडोज होने के कारण डॉक्टर की महिला की तबियत बिगड़ने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
वाराणसी: उत्तर प्रदेश के जिले वाराणसी के डॉक्टर अभिषेक विक्रम को गोवा पुलिस ने ड्रग्स लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही पुलिस ने उनकी महिला मित्र को भी पकड़ा है। डॉक्टर अभिषेक विक्रम की महिला मित्र ड्रग्स की ओवरडोज लेने के कारण अस्पताल में भर्ती है। बता दें कि पुलिस उनको ड्रग्स सप्लाई करने वाले पैडलर की तलाश कर रही है। पुलिस सप्लायरों के बारे में पता लगाने में जुट गई है। गोवा पुलिस के मुताबिक, वाराणसी के रहने वाले 40 वर्षीय हृदय रोग विशेषज्ञ डा. अभिषेक ने दिल्ली निवासी फैमिली फ्रेंड सारा खान और अन्य दोस्तों के साथ मुंबई से गोवा जाने का प्लान बनाया था।
होटल आने के बाद बिगड़ गई थी तबियत
इस दौरान अन्य दोस्तों के ना आने पर वह शनिवार को महिला मित्र सारा के साथ गोवा चले गए। वह दोनों उत्तरी गोवा के पांच सितारा रिसार्ट में ठहरे थे। वागतोर में एक पार्टी के दौरान दोनों ने ड्रग्स लिया था। वहीं नाचने के दौरान सारा खान पार्टी में ही गिर गई। इसके बाद दोनों ने होटल वापस जाने की योजना बनाई। वहीं सुबह जब डॉ. अभिषेक सोकर उठे तो देखा कि सारा बाथरूम में बेहोश पड़ी है। डॉ. अभिषेक ने सारा का इलाज किया। लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर होटलकर्मियों की मदद से वह सारा खान को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कंडोलीम पहुंचे।
ड्रग पैडलर ने दिया था ड्रग्स का टैबलेट
वहां पर प्रारंभिक इलाज के बाद सारा को पणजी के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि महिला मित्र अभी वेंटिलेटर पर है। फिलहाल उसकी सेहत में थोड़ा सुधार हो रहा है। वहीं जांच अधिकारियों ने बताया कि ड्रग पैडलर ने उन दोनों को ड्रग्स का टैबलेट दिया था। जिसे दोनों ने एक साथ लिया था। गोवा पुलिस ने डॉ. अभिषेक और सारा के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। डॉ. अभिषेक के पिता पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह का कहना है कि गोवा में मेडिकल उपकरण और दवा बनाने वाली कम्पनी ने कॉन्फ्रेंस और दावत रखी थी। इसमें हिस्सा लेने के लिए एम्स समेत कई हॉस्पिटल के डॉक्टर गए थे।
जानिए बेटे के बचाव में क्या बोले पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह
उन्होंने कहा कि इस दौरान उनके अस्पताल के भी कई डॉक्टर गोवा गए थे। लड़की की तबियत खराब होने पर उनके बेटे ने उसे पहले उपचार देकर अस्पताल में भर्ती करवाया। साथ ही अस्पताल के मेमो में अपना नाम और पता लिखवाया। उन्होंने कहा कि इस मामले से उनके बेटे अभिषेक का कोई लेना-देना नहीं है। होश आने के बाद सच्चाई सामने आने पर सबकुछ साफ-साफ स्पष्ट हो गया। वीरेंद्र सिंह ने बताया कि उनके बेटे की गिरफ्तारी की बात मनगढ़ंत है। उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने अपने पेशे के दायित्व को निभाया है।