सार
यूपी के गाजियाबाद में कबाड़ कारोबारी और उसकी पत्नी की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने बताया कि दंपति की हत्या की साजिश 12 साल के बच्चे ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर रची थी। पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में लोनी की दौलतनगर कॉलोनी में 62 वर्षीय़ कबाड़ कारोबारी और 58 वर्षीय पत्नी की हाजरा की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। बता दें कि 54 हजार रुपये की लूट के लिए दंपति की हत्या 4 कबाड़ियों ने की थी। जानकर हैरानी होगी कि इस वारदात की साजिश एक 12 साल के बच्चे ने की थी। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बच्चे समेत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस दोहरे हत्याकांड का खुलासा करने वाली पुलिस टीम पिछले 25 दिनों से यह मानकर चल रही थी कि इस वारदात को किसी करीबी ने अंजाम दिया है। जब पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला तो दंपति के पड़ोसी ने बच्चे के बारे में बताया। वहीं पूछताछ के दौरान बच्चे ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया।
पुलिस ने बरामद किया सामान
डीसीपी डॉ. ईरज राजा ने बताया इस वारदात में बच्चे के अलावा उसके साथ रहे मंजेश, शुभम उर्फ शिवम को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि अन्य एक आरोपी संदीप फरार चल रहा है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने करीब 12 हजार रुपए मोबाइल और गले की चेन बरामद की है। बताया गया कि मृतक के घर से 70 हजार रुपये, मोबाइल फोन और गहने लूटे गए थे। वहीं घटना के दौरान दंपती की बेटी रहीमा और उसके छह बच्चे घर में ही थे। लेकिन उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें इस घटना के बारे में भनक तक नहीं लगी। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि सुबह 5 बजे के आसपास वह इब्राहिम के घर पहुंचे थे। बच्चे के आवाज लगाने पर इब्राहिम की पत्नी हाजरा ने दरवाजा खोला तो बच्चे ने उससे कहा कि वह कबाड़ बेचने आया है। जब हाजरा अंदर तराजू लेने गई तो उसी दौरान बच्चे संग तीनों आरोपी घर में घुस गए।
वारदात में शामिल था बच्चा
जिसके बाद आरोपियों ने हाजरा की गला दबाकर हत्या कर दी और फिर कमरे में जाकर इब्राहिम का भी गला दबा दिया। इसके बाद आरोपी लूटपाट कर मौके से फरार हो गए। वहीं दोहरे हत्याकांड के बाद 12 साल का बच्चा कई दिन बाद दंपति के घर पहुंच कर फूट-फूटकर रोने लगा। जिसे देखकर परिजन ही नहीं बल्कि पड़ोसी भी चौंक गए। क्योंकि वह बच्चा न तो परिवार का था औऱ न ही करीबी में था। इस दौरान बच्चा तेज-तेज से रो-रोकर कह रहा था कि अब वह सरिया किसे बेचेगा। इसी दौरान उसे एक पड़ोसी ने पहचान लिया। पड़ोसी ने पुलिस को बताया कि घटना के 2-3 दिन पहले यह बच्चा इब्राहिम को कबाड़ बेचकर गया था। शक होने पर पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि एक व्यापारी को इब्राहिम ने उसके सामने 54 हजार रुपये का सामान बेचा था। जिसे देखकर उसके मन में लालच आ गया था।
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
बच्चे ने पुलिस को बताया कि उसके दोस्त संदीप को 40 हजार रुपये की सख्त जरूरत थी। संदीप कई बार उससे पैसे मांग चुका था। वहीं जब उसने इब्राहिम के पास 70 हजार रुपये देखे तो उसके मन में चोरी करने का ख्याल आया। जिस पर उसने संदीप को पूरी साजिश बताई और इस साजिश में मंजेश और शुभम को भी शामिल कर लिया। बताया गया कि संदीप ने 50 हजार रुपए लेकर बाकी के पैसे अन्य तीनों में बांट दिए। आरोपियों ने बताया कि उनका इरादा औऱ लूटपाट करने का थी। लेकिन इससे पहले पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।