सार
यूपी के गाजियाबाद के साहिबाबाद की एक कॉलोनी निवासी साढ़े चार साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी। बता दें गुरुवार शाम को बच्ची लापता हो गई थी। लापता होने के 23 घंटे बाद घर के कुछ दूरी पर बच्ची का शव मिला है।
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के साहिबाबाद में एक कॉलोनी से बीते गुरुवार को साढ़े चार साल की मासूम बच्ची संदिग्ध तरीके से लापता हो गई थी। लापता होने के 23 घंटे बाद घर से 30 मीटर दूर मासूम का शव सिटी फॉरेस्ट के जंगल में मिला। बता दें कि बच्ची के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी गई। वहीं मृतक बच्ची के परिजनों ने रंजिश के चलते कुछ लोगों पर हत्या करने का शक जाहिर किया है। मृतक बच्ची के पिता ने दुष्कर्म और हत्या के मामले की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस को आशंका है कि बच्ची की हत्या के पीछे कोई करीबी हो सकता है। क्योंकि उसका शव घर से कुछ दूरी पर मिला और दूसरी वजह है कि दुष्कर्म के बाद फौरन बच्ची की हत्या कर दी गई।
मृतक बच्ची की दादी ने बताया आरोपी का हुलिया
हत्या के पीछ कातिल का मकसद अपनी पहचान छुपाना होगा। वहीं पुलिस ने शक के आधार पर बच्ची के घर के आसपास के 10 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर मामले की पूछताछ कर रही है। पुलिस को जानकारी मिली है कि कातिल कानों में बाली पहनता है। बताया जा रहा है कि अपहरण के दौरान बच्ची की दादी ने आरोपी को एक नजर देखा था। बता दें कि गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट बनने के बाद पुलिस के सामने यह घटना बड़ी चुनौती के तौर पर सामने आई है। मामले के खुलासे के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। लेकिन अभी तक पुलिस के हाथों कोई सुराग नहीं लगा है। बाइक सवार युवक जब बच्ची को अगवा कर ले जा रहे थे तो दो महिलाओं ने उन्हें देखा था। जिनमें से एक बच्ची की दादी थीं।
एसपी सिटी ने पीड़ित परिजनों को दिया आश्वासन
मृतक बच्ची की दादी ने पुलिस को बताया कि अगवा करने के बाद जब बाइक सवार जाने लगे तो थोड़ी दूरी पर उसकी बाइक फिसल गई थी। पुलिस को आरोपी के हुलिए के बारे में जानकारी दी गई है। वहीं इस घटना से बच्ची के परिजनों में काफी आक्रोश है। बच्ची का शव मिलने के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार से इंकार कर दिया। हालांकि एसपी सिटी सेकंड ज्ञानेंद्र कुमार ने परिजनों को आश्वासन देते हुए बच्ची के अंतिम संस्कार के लिए राजी किया। एसपी सिटी ने जल्द ही मामले का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात की है। वहीं परिजन पुलिस पर इस लिए नाराज हो गए थे क्योंकि बच्ची को तलाशने के लिए डॉग स्क्वॉड नहीं बुलाया गया। परिजनों का मानना था कि इससे उनकी बेटी का जल्द पता चल जाता।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
वहीं मासूम का शव देख बच्ची की मां की तबियत बिगड़ गई। मां ने रोते हुए कहा कि उनकी बेटी बहुत कम बाहर निकलती थी। बच्चे खेलते रहते थे, लेकिन वह अंदर ही रहती है। परिवार के साथ वह शाम को पूजा करती थी। वह रोते हुए अपनी बच्ची की बातों को याद कर रही थी। बच्ची की मां ने बताया कि गुरुवार को भी उनकी बेटी घर से बाहर खेलने के लिए नहीं बल्कि पूजा के लिए फूल तोड़ने गई थी। इसी दौरान बच्चों को खेलता देख वह भी उनके साथ खेलने लगी। तभी बाइक सवारों ने उसका अपहरण कर लिया। फिलहाल पुलिस कातिलों का पता लगाने में जुटी है।
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