सार
एक छात्रा के फेल होने से उसकी टीचर सख्त नाराज थी। वो छात्रा से ठीक से बात भी नहीं करती थी। बात-बात पर ताने मारती थी। इसी बात से परेशान छात्रा ने स्कूल की ही बिल्डिंग से छलांग लगा दी। हालांकि उसकी जिंदगी बच गई। यह आरोप छात्रा के पिता ने लगाया है।
नोएडा. जिंदगी कई इम्तिहान लेती है। फेल या पास होना जीवन की निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। लेकिन कुछ लोग इसे दिल पे ले बैठते हैं। ऐसे ही एक चौंकाने वाले मामले में 10th क्लास में फेल हुई छात्रा ने टेंशन में आकर स्कूल की ही बिल्डिंग से कूदकर अपनी जान देने की कोशिश की। घायल छात्रा को गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल भर्ती कराया गया है। छात्रा का आरोप है कि फेल होने के बाद जब वो दुबारा स्कूल पहुंची, तो टीचर का बर्ताव बदल गया था। वो उसे पढ़ाने से इनकार करने लगी थीं। बात-बात पर परेशान भी करती थीं। इसी से दुखी होकर उसने सुसाइड करने की कोशिश की।
जांच के बाद पुलिस करेगी केस दर्ज
इस मामले में अभी पुलिस ने FIR दर्ज नहीं की है। वो विभिन्न एंगल से केस की पड़ताल कर रही है। घटना 1 अगस्त की बताई जाती है। हालांकि छात्रा के पिता ने बिसरख थाने में लिखित में शिकायत दी है। इसमें टीचर द्वारा बच्ची को प्रताड़ित किए जाने की बात कही गई है।
स्कूल आने से किया था मना
छात्रा चिपियाना बुजुर्ग की रहने वाली है। उसके पिता विपिन ने बताया कि उनकी बेटी गांव के ही एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ती है। फेल होने पर उसे दुबारा उसी क्लास में बैठना पड़ा, जो टीचर को पसंद नहीं आ रहा था। टीचर ताने मारती थी कि वो फेल होने वाले बच्चों को नहीं पढ़ाती। टीचर ने उनकी बेटी को स्कूल आने से भी रोका था। वो इसी बात से परेशान थी। घटना के बाद स्कूल मैनेजमेंट ने घायल बच्ची को अस्पताल भेजा था। कोतवाली प्रभारी मनोज पाठक ने कहा कि अभी मामले की जांच की जा रही है। बताते हैं कि घटना से पहले छात्रा ने फोन करके पिता को स्कूल बुलाया था। हालांकि इससे पहले कि पिता स्कूल पहुंचता, वो छत से कूद गई। पिता का आरोप है कि उनकी बच्ची को उन्हें बताए बगैर गाजियाबाद के अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। उन्होंने पुलिस पर भी लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।