सार
यूपी एटीएस और एसटीएफ को उसके लैपटाप से आइएस और सीरिया से जुड़े कुछ वीडियो व साहित्य मिला है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने भी कहा है कि इसके आतंकी घटना होने से इन्कार नहीं किया जा सकता। हर बिंदु की जांच कराई जा रही है। मुर्तजा खुद एप डवलप कहता रहा है।
गोरखपुर: गोरखनाथ मंदिर में हुई घटना में कई खुलासे हो रहे हैं। यूपी एटीएस ने सोमवार को इस घटना के पीछे आतंकी साजिश होने की बात कही है। दरअसल आरोपी अहमद मुर्तुजा अब्बासी के पास से एक लैपटॉप बरामद हुआ है जिसमें आइएस और सीरिया से जुड़े कुछ वीडियो व साहित्य मिला है।
पुलिस की 5 टीमें कर रही जांच
पुलिस ने इस मामले की जांच-पड़ताल शुरू की तो चौंकाने वाले कनेक्शन जुड़ते गए। मसलन मुर्तजा लम्बे समय तक मुंबई में रहा है। घटना से पहले वह नेपाल गया था। उसके परिवारीजनों का कहना है कि वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. विपिन ताडा ने इस मामले की जांच के लिए पुलिस की 5 टीमें अपने ही निर्देशन में लगाई हैं।
आइएस और सीरिया जुड़े वीडियो मिले
जानकारी के मुताबिक यूपी एटीएस और एसटीएफ को उसके लैपटाप से आइएस और सीरिया से जुड़े कुछ वीडियो व साहित्य मिला है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने भी कहा है कि इसके आतंकी घटना होने से इन्कार नहीं किया जा सकता। हर बिंदु की जांच कराई जा रही है। मुर्तजा खुद एप डवलप कहता रहा है। उसके आईपी एड्रस (इंटरनेट प्रोटोकाल) के आधार पर पुलिस उसका विदेशी कनेक्शन तलाश रही है। जांच टीमों का मानना है कि इस घटना में अकेले मुर्तजा का हाथ नहीं हो सकता है। उसके साथ कुछ अन्य लोग भी शामिल होंगे।
न्यायिक हिरासत में भेजा गया मुर्तुजा
बीते रविवार रात कोई हुई घटना के बाद सोमवार देर शाम सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर पहुंच कर घायल हुए जवानों का हाल चाल जाना।वहीं रविवार को 2 पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले आरोपी मुर्तजा को आज अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले कर पूछताछ की थी। कोर्ट में पेशी के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
गोरखपुर मंदिर हमला पर यूपी एटीएस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा खुलासा किया है। इस दौरान अपर मुख्य सचिव गृह सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि इसे आतंकी घटना कहा जा सकता है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि शाम लगभग सात बजे एक व्यक्ति मंदिर के गेट नंबर एक पर धारदार हथियार से हमला किया और धार्मिक नारे लगाए। प्रशांत कुमार ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर पहले से हमले का अलर्ट था। पुलिस की सतर्कता से हादसा टला दो जवानों को गंभीर चोटें आईं। बड़ी साजिश रची गई थी।