सार
शादी संपन्न होने के बाद बाराती दुल्हन लेकर अपने भदेशी गांव वापस आ गए। दुल्हन की विदाई ई-रिक्शा पर ही हुई। जिसे देख लोग पुराने दिनों की याद करने लगे। बता दें कि इस शादी में पांच घराती और पांच बराती ही शामिल हुए थे।
एटा (Uttar Pradesh) । लॉकडाउन के चलते गाड़ियों की आवाजाही बंद है। ऐसे में दूल्हे ने बिन बैंड व बाराती ई-रिक्शे में सवार होकर दुल्हन को ब्याहने जा पहुंचा। सात फेरे के बाद ई-रिक्शा से ही दुल्हन की विदाई कराकर घर लेकर आ गया। शादी की रस्मों के दौरान दोनों ने मास्क भी पहना हुआ था। इतना ही नहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया। यह मामला पिलुआ थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम नगरिया का है।
यह है पूरा मामला
अलीगढ़ जिले के भदेशी गांव निवासी नीतेश शर्मा की शादी 12 मई को तय हुई थी। लॉकडाउन के शादी समारोह भव्य तरीके से नहीं हो पाया। हालांकि लड़के के पिता रामवीर शर्मा ने मात्र पांच लोगों का पास बनवाकर थाना पिलुआ निवासी अजय पाल शर्मा की पुत्री संगीता शर्मा के घर पहुंचे। मंगलवार को हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार शादी की रस्में पूरी की। लेकिन, शादी की रश्मों के दौरान दूल्हा, दुल्हन सहित सभी चेहरे पर मास्क लगाए थे।
शादी देखकर लोगों ने किया वो दिन याद
शादी संपन्न होने के बाद बाराती दुल्हन लेकर अपने भदेशी गांव वापस आ गए। दुल्हन की विदाई ई-रिक्शा पर ही हुई। जिसे देख लोग पुराने दिनों की याद करने लगे। बता दें कि इस शादी में पांच घराती और पांच बराती ही शामिल हुए थे।
दूल्हे-दुल्हन ने कही ये बातें
विवाहित जोड़े ने कहा है कि हम लोगों ने लॉकडाउन का पालन करते हुए शादी की है। यह भी जीवन में एक यादगार बनी रहेगी। अगर कोरोना जैसी महामारी से बचना है तो लॉकडाउन के नियमों का पालन अवश्य करें। देश को इस महामारी से बचाएं और घर पर रहें सुरक्षित रहें।