सार

यौन शोषण के आरोप में जेल में बंद पूर्व केंद्रीय गृहराज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद को इलाहाबाद हाईकोर्ट से सोमवार को जमानत मिल गई। बता दें, स्वामी को 20 ​सितंबर 2019 को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद से वो जेल हैं। बीच में तबीयत खराब होने के बाद भी उन्हें जमानत नहीं दी गई थी। 
 

शाहजहांपुर (Uttar Pradesh). यौन शोषण के आरोप में जेल में बंद पूर्व केंद्रीय गृहराज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद को इलाहाबाद हाईकोर्ट से सोमवार को जमानत मिल गई। बता दें, स्वामी को 20 ​सितंबर 2019 को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद से वो जेल हैं। बीच में तबीयत खराब होने के बाद भी उन्हें जमानत नहीं दी गई थी। 

क्या है पूरा मामला
शाहजहांपुर में स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली छात्रा 23 अगस्त 2019 को अचानक अपने हॉस्टल से लापता हो गई थी। अगले दिन 24 अगस्त को उसका एक विडियो सामने आया था, जिसमें उसने स्वामी चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण और कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाया था। वीडियो वायरल होने के बाद पिता की ओर से बेटी के अपहरण और जान से मारने की धाराओं में स्वामी के खिलाफ केस दर्ज कराया गया। जिसके बाद पुलिस ने राजस्थान से छात्रा को बरामद किया। मामले में सुप्रीम कोर्ट ने खुद संज्ञान लिया था। मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई। जांच के दौरान स्वामी को 20 सितंबर को गिरफ्तार कर लिया गया। तब से चिन्मयानंद जेल में थे।



​आरोप लगाने वाली छात्रा को भी हुई थी जेल
चिन्मयानंद के साथ साथ उन पर आरोप लगाने वाली छात्रा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। छात्रा पर आरोप है कि उसने अपने 3 दोस्तों के साथ मिलकर चिन्मयानंद से 5 करोड़ की रंगदारी मांगी थी। पूर्व मंत्री ने खुद छात्रा और उसके दोस्तों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस ने 25 सितंबर 2019 को छात्रा और उसके 3 दोस्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। 78 दिन बाद 4 दिसंबर 2019 को छात्रा को इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत मिल गई थी। हालांकि, उसके 3 दोस्त अभी भी जेल में बंद हैं।

चिन्मयानंद ने खुद स्वीकार की थी गलती
मामले की जांच की रही एसआईटी के प्रमुख नवीन अरोड़ा ने बताया था, चिन्मयानंद ने पूछताछ में अपना गुनाह कबूल कर लिया। अपनी गलती मानते हुए यह स्वीकार कर लिया है कि मालिश के लिए उन्होंने छात्रा को अपने कमरे में बुलाया था। चिन्मयानंद ने कहा, उनसे बड़ी भूल हो गई। वो अपनी गलती पर शर्मिंदा हैं। जबकि पीड़ित छात्रा का आरोप था, स्वामी ने उसका नहाते समय का वीडियो बनाया। इसी वीडियो को वायरल करने की धमकी देकर उसके साथ एक साल तक दुष्कर्म किया। यही नहीं, स्वामी ने उसके अलावा अन्य छात्रा का भी यौन शोषण किया। छात्रा ने जांच टीम को 64 जीबी की पेनड्राइव दी थी, जिसमें करीब 43 वीडियो थे। इन्हीं वीडियो में चिन्मयानंद को छात्रा से नग्न होकर मालिश करवाते देखा गया था।