सार
मारीषा शुक्ला फ्रांस में पढ़ाई कर रही है। अप्रैल 2019 से वह फ्रांस में है। 15 मार्च को फ्रांस से लौटने के बाद 17 मार्च को वह अपने रिश्तेदार प्रदेश के होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान के घर मूंढ़ापांडे पहुंची। अचानक बुखार और जुकाम की शिकायत पर उसे जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था, जो अब ठीक हो गईं हैं।
मुरादाबाद (Uttar Pradesh) । मुरादाबाद की पहली कोरोना संक्रमित मारीषा शुक्ला ने वायरस को हरा दिया। जिला अस्पताल के स्टाफ ने तालियां बजाकर मारीषा के हौसले को सलाम किया। साथ ही मारीषा को फूलों का गुलदस्ता और डिस्चार्ज स्लिप भेंट की। सीएमएस ने कहा कि प्रोटोकॉल की तीन दवाओं के अलावा मारीषा को नियमित जिंक, विटामीन सी, कांपलेक्स और हेल्दी भोजन देने के साथ फेफड़ों को मजबूत बनाने की एक्साइज कराई गई। इसके बाद वो पूरी तरह ठीक होकर अपने घर पहुंच गई। बता दें कि मारीषा 23 दिन तक जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती रही। वो होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान की रिश्तेदार हैं।
यह है पूरा मामला
मारीषा शुक्ला (19) फ्रांस में पढ़ाई कर रही है। अप्रैल 2019 से वह फ्रांस में है। 15 मार्च को फ्रांस से लौटने के बाद 17 मार्च को वह अपने रिश्तेदार प्रदेश के होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान के घर मूंढ़ापांडे पहुंची। अचानक बुखार और जुकाम की शिकायत पर उसे जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। उसकी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई। लेकिन, तीसरे ही दिन बुखार और जुकाम की शिकायत दूर हो गई। 29 अप्रैल को दूसरी सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आई। लेकिन, तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद शुक्रवार को चौथी रिपोर्ट भी निगेटिव आने के बाद 108 एंबुलेंस से मारीषा को घर तक छोड़ा गया।
परिवार की तरह रखा ख्याल
अस्पताल से स्वस्थ होकर लौटी मारीषा ने कहा कि आइसोलेशन वार्ड में स्टाफ के सभी लोगों ने परिवार के सदस्य की तरह उसका ख्याल रखा। उसे कभी एहसास नहीं होने दिया वह अस्पताल में भर्ती है। अस्पताल में 23 दिन उसके लिए यादगार हैं। उसके पास किताबें पढ़ने और दुनिया जहान को जानने का पूरा मौका मिला। उसने इसका फायदा उठाया।
14 दिनों होम क्वारंटीन रहेंगे मरीषा
सीएमओ में डॉ एमसी गर्ग ने कहा कि मारीषा बिल्कुल स्वस्थ है। मुरादाबाद के चिकित्सकों के लिए बड़ी उपलब्धि है। चिकित्सकों और स्टाफ ने अपनी परवाह न करते हुए उसका बेहतर से बेहतर इलाज किया। मारीषा को 14 दिनों तक होम क्वारंटीन में रखा गया है। उसकी निगरानी रहेगी।