सार
लखनऊ में दो किलोमीटर तक कार पर फायरिंग मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़े तेवर दिखाए। गुडम्बा थाना क्षेत्र में सड़क पर गोलीबारी का मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। गुडम्बा इंस्पेक्टर, दारोगा, दो सिपाहियों समेत अलीगंज थाने में तैनात दरोगा रमेश चंद्र को कोई गया निलंबित।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी से दो किलोमीटर तक कार पर फायरिंग मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़े तेवर दिखाए। राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सीएम योगी प्रदेश भर के पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण वीडियो कांफ्रेंसिंग कर पुलिस प्रशासन को कड़े इंतजाम करने के लिए कहा था। साथ ही गुडम्बा थाना क्षेत्र में सड़क पर गोलाबारी मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। अब इस मामले में कार्रवाई कर दी गई है। गुडम्बा इंस्पेक्टर और दो दरोगा को सस्पेंड कर दिया गया है।
दिनदहाड़े की ताबड़तोड़ फायरिंग
लखनऊ कमिश्नरेट के तहत गुडम्बा थाना क्षेत्र में पुलिस की लापरवाही का मामला सामने आने के बाद कड़ी कार्रवाई की गई है। इटौंजा स्थित नीलांश वाटर पार्क से लौट रहे कार सवार युवकों पर रविवार को दिनदहाड़े सरेराह ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी। शाम करीब 4 बजे इटौजा से कुछ आगे बढ़े तो पांच बाइक पर सवार 10 लोगों ने उनका पीठा करना शुरू कर दिया। नदीम ने पुलिस को जानकारी दी कि मड़ियांव कोतवाली के पास पहुंचने पर युवकों ने उनकी कार पर फायरिंग शुरू कर दी। कार में गोली धंसते ही वे घबरा गए और तेजी से गाड़ी भगाना शुरू कर दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के बाद सोमवार देर शाम मामले में इंस्पेक्टर गुडंबा सतीश चंद्र साहू, दारोगा सतीश और दो सिपाहियों समेत अलीगंज थाने में तैनात दरोगा रमेश चंद्र को निलंबित कर दिया गया है। यह आदेश देर रात को पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने मुख्यमंत्री कार्यालय से इस मामले में अब तक की कार्रवाई पर सवाल जवाब के बाद की है।
पुलिस के न होने पर उठे सवाल
पीड़ितों ने बताया कि करीब दो किलोमीटर तक आरोपियों की ओर से कार पर फायरिंग होती रही और इस दौरान कहीं भी पुलिस नजर नहीं आई। मड़ियांव से गुडम्बा तक वे मदद के लिए शोर मचाते रहे, लेकिन पुलिस नहीं दिखी। भीड़ देखकर रिंग रोड के पास गाड़ी रोकी। लोगों ने जब शोर मचाया तो हमलावर फायरिंग करते हुए फरार हो गए। वहां पर विकासनगर और गुडम्बा थाने की पुलिस पहुंची। पीड़ित युवकों ने इस मामले में विवेक तिवारी, आरुष अरोड़ा, पंकज रावत, आकाश निगम समेत 10 पर प्राथमिकी दर्ज कराई है।
अन्य आरोपियों की तलाश जारी
गुडंबा में रविवार को बाइक सवार बदमाशों ने पांच थानाक्षेत्रों में होते हुए गुडंबा तक कार सवार युवकों का पीछा किया। इस मामले में देर शाम को गुडंबा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं, तीन संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि उनसे पूछताछ की बात ही कुबूल की गई है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस के हाथ आरोपियों की दो बाइकें भी लगी हैं। इस मामले में सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय से संज्ञान लिया और पुलिस अधिकारियों से सवाल-जवाब किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुडंबा मामले में लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के बारे में जानकारी मांगी गई। इसके बाद देर शाम को पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने गुडंबा के प्रभारी निरीक्षक सतीश चंद्र साहू और दरोगा सतीश व मारूफ को निलंबित कर दिया। वहीं, इस मामले की जांच का आदेश दे दिया है। एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह के मुताबिक, मामले में पुलिस ने पंकज और आदित्य समेत तीन युवकों को पकड़ा है। आरोपितों ने अपने अन्य साथियों के नाम भी बताए हैं। मामले में मुख्य आरोपित हनी तिवारी और उसके साथी अभी फरार है।
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