सार
यूपी के अयोध्या में सरयू तट पर बन रहे लता मंगेशकर पार्क का निर्माण सितंबर माह के आखिरी तक समाप्त हो जाएगा। यह पार्क अयोध्या आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्रं होगा। सीएम योगी इस पार्क का शुभारंभ करेंगे।
अनुराग शुक्ला
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जनपद में सरयू तट के करीब भारत रत्न से सम्मानित स्वर कोकिला लता मंगेशकर चौराहे का निर्माण अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। इस पार्क की अपनी खास विशेषताएं होंगी। इस चौराहे पर भक्ति, संगीत और वास्तुकला का मनोरम दृश्य देखने को मिलेगा। वहीं राम की नगरी अयोध्यावासियों, पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए यह पार्क आकर्षण का केंद्र होगा। इसके निर्माण को इसी सितंबर महीने के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। लता मंगेशकर द्वारा गाए राम जी के भजन इस पार्क में 24 घंटे लगातार सुनाई देंगे। वहीं सीएम योगी दीपोत्सव पर्व पर इस पार्क का विधिवत शुभारंभ करेंगे।
सुप्रसिद्ध मूर्तिकार रामसुतार और उनके बेटे ने बनाई वीणा
पद्म भूषण और टैगोर कल्चर अवार्ड से सम्मानित सुप्रसिद्ध मूर्तिकार रामसुतार और उनके पुत्र अनिल सुतार ने वीणा बनाई है। इसके अलावा इन्होंने लौह पुरुष सरदार वल्लभभई पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, 45 फुट ऊंची चंबल देवी की मूर्ति ,21 फुट ऊंची महाराजा रणजीत सिंह की मूर्ति और गांधीनगर में स्थापित 17 फुट ऊंची राष्ट्रपिता मोहनचंद कर्मचंद गांधी सहित कई नामचीन मूर्तियों का भी निर्माण किया है। रामसुतार और उनके पुत्र द्वारा बनाई गई इस वीणा को नोएडा की कार्यशाला से ट्रक के माध्यम से लाया जाएगा। इस वीणा की लंबाई 40 फुट है। जिसे पूरी तरह नक्कासी करके बनाया गया है।
रात में दिखेगा मनोरम दृश्य
अनिल सुतार के अनुसार, इस वीणा को बनाने में लगभग एक महीने का समय लगा है। नक्कासी दार वीणा को ऊपर से देखने पर कमल के फूल पर दो मोर के साथ मां सरस्वती दिखाई देगीं। जिसे कांसे के धातु से बनाया गया है। वीणा का वजन 14 टन है। आठ पंखुड़ियों वाले कमल के बीच मे एलईडी लाइट लगेगी। इस वीणा को पार्क में यह 45 डिग्री एंगल पर खड़ा किया जाएगा। इसकेो अलावा पार्क में एक सरोवर का भी निर्माण किया जा रहा है। इसमें मकराना मार्बल से 92 कमल के फूल बनाए गए हैं। यह कमल के फूल लता मंगेशकर की आयु को प्रदर्शित करेंगे। आठ पंखुड़ियों वाले कमल के बीच में एलईडी लाइट लगेगी। जिससे रात में मनोरम दृश्य दिखाई पड़ेगा।