सार
यूपी एटीएस ने इनामुल हक उर्फ इम्तियाज को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि युवक तमाम युवकों को भड़काने का काम कर रहा था। इन लोगों का काम जिहाद के लिए और लोगों को जोड़ना और प्रोत्साहित करने के साथ साथ धार्मिक वैमनष्यता को बढावा देने का उद्देश्य था, जो भारत की एकता, अखंडता और सम्प्रभुता के लिए खतरा है।
लखनऊ: यूपी एटीएस ने आपराधिक षड्यंत्र के तहत अवैध व राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल इनामुल हक उर्फ इनाम इम्तियाज को देवबंद सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया है। मामले में इनामुल हक के छत्रवास के सहयोगी व परिचित मो फुरकान अली और नबील खान की संलिप्ता के सम्बंध में मिले साक्ष्यों के मूल्यांकन के आधार पर धारा 108 के तहत कार्रवाई की गई है।
जानकारी दी गयी कि एटीएस उप्र को विगत कई माह से महत्तवपूर्ण सूचना प्राप्त हो रही थी कि कुछ व्यक्ति जो देवबन्द, जनपद सहारनपुर में रहते है, इनके द्वारा अतिवादी व देश विरोधी विचार धाराओ का सोशल मिडिया प्लेट फार्म पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा हैं। इसी के साथ आपराधिक षडयन्त्र के तहत अवैध व राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में भी संलिप्त हैं और देश की सरकार को भयभीत करने की योजना बना रहे है और साथ ही धार्मिक स्थानों पर विस्फोट कर विभिन्न वर्गों में सामाजिक सोहार्द बिगाड़ना चाहते है। एटीएस फील्ड इकाई सहारनपुर द्वारा सूचना को तकनीकी एवं भौतिक रूप से विकसित किया गया तो पाया कि इनामूल हक उर्फ इनाम इम्तियाज पुत्र इम्तियाज मियां निवासी गांव पटना, थाना गवा, जनपद गिरडीह, झारखण्ड राष्ट्र 'विरोधी सदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त है। इस क्रम में एटीएस फील्ड इकाई सहारनपुर द्वारा इनामुल को 12.03.2022 में स्थानीय पुलिस के सहयोग से पूछताछ के लिए एटीएस कार्यालय सहारनपुर लाया गया और बाद पूछताछ सायकाल इस हिदायत के साथ वापस किया गया कि पुनः कल 13.03.2022 को समय 11 बजे प्रात उपस्थित होगे और अपने फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल तथा अपने मोबाईल फोन के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं करेंगे।
इनामुल को आतंकवाद निरोधक दस्ता की फील्ड इकाई सहारनपुर पर अपने मोबाईल फोन एवं सम्बन्धित दस्तावेजो के साथ उपस्थित आया। इनामुल से पूछताछ व इनामुल के द्वारा प्रयोग किये जा रहे मोबाईल फोन ( रेडमी 6A) का विश्लेषण उसकी सहमती से किया गया, तो यह तथ्य प्रकाश में आए कि इनामुल द्वारा फेसबुक पेज INAMUL IMTIYAZ व यूट्यूब चैनल INAMUL IMTIYAZ नाम से बनाया गया है, जिस पर ऑनलाइन वीडियो डाउनलोड करके उसे VIDMET एप के माध्यम से कूटरचित बदलाव कर जिहादी वीडियो को अपलोड करता है। इनामुल के इन्ही वीडियो को देखकर फेसबुक मेसेंजर के माध्यम से इससे दुर्रानी निवासी महाराष्ट्र ने सम्पर्क किया। इसकी जिहादी वीडियो को देखकर दुर्रानी ने इसको बताया कि वह भी एक जिहादी है। इनामुल ने भी उसे यह बताया कि वह भी एक जिहादी बनना चाहता है और इसके लिए वह पाकिस्तान में भी ट्रेनिंग लेने को तैयार है।
इनामुल द्वारा दुर्रानी से हथियार उपलब्ध कराने के लिए कहा, इस बात पर दुर्रानी ने इनामुल से कहा कि आपको हथियार मिल जायेगे, मेरे पास कुछ ऐसे ग्रुप है, जो आपको हथियार उपलब्ध कराने में मदद करेगे। इसी क्रम में दुर्रानी निवासी महाराष्ट्र ने इनामुल को उमर निवासी कश्मीर के बारे में बताया और कहा कि वह कश्मीर का ने निवासी है और लश्कर के लिए पिछले 15-16 वर्षों से काम करता है, हथियार उपलब्ध करा देने व जिहाद में मदद करा देगा। उमर द्वारा इनामुल से सम्पर्क कर हथियारों का प्रयोग कहाँ करना है के सम्बन्ध में पूछने पर इनामुल द्वारा बताया गया कि वह धार्मिक स्थानों पर विस्फोट कर विभिन्न वर्गों में सामाजिक सोहार्द बिगाड़ना चाहता है। इसके बाद दुर्रानी द्वारा इनामुल का सम्पर्क उमर निवासी कश्मीर से करा दिया गया और इसके बाद इन लोगो की लगातार बात होने लगी। उमर द्वारा इनामुल को एक लिंक भेज कर व्हाट्सऐप ग्रुप में जुड़ने के लिए कहा गया था, जिसके एडमिन पाकिस्तान के लोग थे। इस ग्रुप में कुल 181 सदस्य शामिल है, जिसमे पाकिस्तान के 170, अफगानिस्तान के 03 नम्बर, मलेशिया का 01, बांग्लादेश का 01 तथा भारत के 06 मोबाइल नम्बर है।
इसी तरह का दूसरा ग्रुप जो इनामुल द्वारा iYi Family बनाया गया है, जिसका एडमिन इनामुल है, इस ग्रुप में इनामुल के अलावा अन्य दो और भारतीय नम्बर जुड़े है। इसके अलावा कई अन्य ग्रुप भी मिले है। इनामुल द्वारा जिहादी वीडियो को अपने फेसबुक पेज व Youtube चैनल के माध्यम से लोगो को जिहाद के लिए जोड़ना और प्रोत्साहित करने के साथ साथ धार्मिक वैमनष्यता को बढावा देने का उद्देश्य रहता था, जो भारत की एकता, अखंडता और सम्प्रभुता के लिए खतरा है।
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