सार

यूपी के कानपुर जनपद में रोजगार मेला आयोजित किया गया था। इस दौरान उचित व्यवस्थाएं न होने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। लाइट न आने की वजह से मोबाइल की रोशनी में अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लिया गया।

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में आयोजित रोजगार मेला अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ गया। राजकीय आईटीआई पांडुनगर में बुधवार को रोजगार मेला लगा था। रोजगार मेले के चलते कई अभ्यर्थी इंटरव्यू के लिए आए थे। इस दौरान इंटरव्यू देने आए अभ्यर्थियों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि अव्यवस्थाओं को देखकर अभ्यर्थियों में निराशा फैल गई और कई लोग इंटरव्यू दिए बगैर ही वापस चले गए। कहीं मोबाइल की रोशनी में इंटरव्यू लिया जा रहा था तो कहीं बैठने के लिए कुर्सियों की कमी नजर आई। जिस कारण अभ्यर्थियों ने खड़े-खड़े ही इंटरव्यू दिया।

रोजगार मेले में नहीं मिली व्यवस्थाएं
राजकीय आईटीआई पांडुनगर में 14 कंपनियां साक्षात्कार लेने के लिए आई थी। कौशल विकास कक्ष और उसके बगल वाले हॉल में स्टॉल लगाए गए थे। रोजगार मेले में की गई व्यवस्थाएं न के बराबर थीं और इंटरव्यू के लिए सैकड़ों छात्रों को आना था। ऐसे में हॉल में जगह कम होने और 10 जगह इंटरव्यू होने के कारण काफी भीड़ थी। इंटरव्यू लेने वालों के सवाल और अभ्यर्थियों द्वारा दिए जा रहे जवाब भी एक दूसरे को नहीं सुनाई दे रहे थे। इसी दौरान अचानक लाइट भी चली गई तो वहां पर अंधेरा छा गया।

मोबाइल की रोशनी में लिया गया इंटरव्यू
कंपनी प्रतिनिधियों ने काफी देर तक लाइट आने का इंतजार किया लेकिन लाइट नहीं आई। लाइट नहीं आने पर मोबाइल की रोशनी में एक घंटे तक युवाओं को नौकरी के लिए चयनित किया गया। वहीं शोर और अंधेरे को देख कर कई लोग बिना इंटरव्यू दिए ही वापस चले गए। रोजगार मेले में कई और कंपनियों को भी आना था। लेकिन वह कंपनियां नहीं आई थी। उन कंपनियों में काम करने के इच्छुक कैंडिडेट इंटरव्यू देने के लिए आए थे। जिस कारण हॉल में काफी भीड़ हो गई थी। रोजगार मेला प्रभारी अरुण मिश्रा के अनुसार, आईटीआई के अनुदेशक ने युवाओं का बायोडाटा जमा कर उनको वापस भेज दिया था। 

कैंडिडेट्स ने साझा किए अनुभव
अरुण मिश्रा ने बताया कि मेले में 14 कंपनियां आठ से लेकर 14 हजार महीने तक की नौकरी लेकर आईं थीं। इस मेले में 273 अभ्यर्थियों का चयन हुआ। कन्नौज निवासी अखिल कुशवाहा ने बताया कि वह पहली बार रोजगार मेले में आए थे और उनका अनुभव बहुत खराब रहा। लाइट न होने के कारण सभी को परेशानियों का सामना करना पड़ा था। कुछ कैंडिडेट का बायोडाटा लेकर उन्हें बिना इंटरव्यू लिए ही वापस भेज दिया गया था। औरैया के सुमित साहू के अनुसार, नौकरी की तलाश में वह बड़ी उम्मीद से रोजगार मेले में आए थे। 

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