सार

मोहम्मद राशिद 2018 में कराची में रहने वाली अपनी मौसी के यहां गया था। इसके बाद वहां आईएसआई के संपर्क में आया। वह पाकिस्तान के आईएसआई को महत्वपूर्ण सैन्य खुफिया सूचना देने में लगा हुआ था।

वाराणसी(Uttar Pradesh) । यूपी एटीएस ने सेना इंटेलिजेंस की मदद से आईएसआई के एजेंट 23 वर्षीय राशिद अहमद को वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया गया है। वह मूलत: चौरहाट पड़ाव, कोतवाली मुगलसराय,चंदौली का रहना वाला है। पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बीएचयू के छित्तूपुर में रहकर इस काम में लगा था। राशिद वाराणसी में पोस्टर और बैनर लगाने का काम करता है। खबर है पूछताछ में यह भी बात सामने आई कि आईएसआई भारत के 2 मोबाइल नंबरों  से व्हाट्सएप ग्रुप चला रही है। 

इस तरह बनाया व्हाट्सएप ग्रुप
आईएसआई ने राशिद से दो भारतीय सिम खरीद कर उसका ओटीपी मांगा। इसके बाद ओटीपी लेकर पाकिस्तान में बैठे आईएसआई एजेंटों ने उस नंबर पर व्हाट्सएप एक्टिवेट किया और राशिद को हुक्म दिया कि सिम कार्ड को तोड़ दें। अब उसी भारतीय सिम कार्ड के व्हाट्सएप पर पाकिस्तानी सेना और आईएसआई अपना एजेंडा चला रही है।

पाकिस्तान से आते हैं भड़काऊ पोस्ट
एटीएस के अनुसार उस सिमकार्ड पर तमाम भारतीय लोगों को जोड़कर भड़काऊ सामग्री भेजी जा रही है। व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े लोग उसे भारतीय नंबर समझते हैं, लेकिन उसका आपरेटर पाकिस्तान में बैठा है। 

इस तरह आईएसआई के संपर्क में आया राशिद
मोहम्मद राशिद 2018 में कराची में रहने वाली अपनी मौसी के यहां गया था। इसके बाद वहां आईएसआई के संपर्क में आया। वह पाकिस्तान के आईएसआई को महत्वपूर्ण सैन्य खुफिया सूचना देने में लगा हुआ था।