सार
चंदौली जिले के मुगलसराय थाना इलाके के चौरहट पड़ाव गांव निवासी राशिद अहमद वाराणसी में पोस्टर-बैनर बनाने का काम करता है। आखिरी बार 13 जनवरी 2020 को उसकी पाकिस्तानी एजेंट्स से बात हुई थी।
लखनऊ (Uttar Pradesh)। यूपी एटीएस और मिलिट्री अभिसूचना इकाई ने वाराणसी से आईएसआई एजेंट राशिद अहमद को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में राशिद ने बताया कि 2017 और 2018-19 में कराची में रहने वाली अपनी मौसी के पास गया था। मौसी के बेटे के माध्यम से उसकी आईएसआई के दो एजेंटों से मुलाकात हुई। वह उसे गोपनीय सूचनाओं के बदले में पैसा, गिफ्ट और शादी कराने का वादा किए थे। इसके बाद आरोपी ने देश के कई महत्वपूर्ण स्थानों, आर्मी और सीआरपीएफ कैंपों की रेकी कर उनकी फोटो और वीडियो भेजना शुरू कर दिया।
सात दिन पहले हुई थी पाकिस्तानी एजेंट्स से बात
चंदौली जिले के मुगलसराय थाना इलाके के चौरहट पड़ाव गांव निवासी राशिद अहमद वाराणसी में पोस्टर-बैनर बनाने का काम करता है। आखिरी बार 13 जनवरी 2020 को उसकी पाकिस्तानी एजेंट्स से बात हुई थी। जुलाई 2019 में राशिद को पांच हजार रुपये मिले थे।
इस समय यहां की सूचनाएं दे रहा था राशिद
एटीएस के सूत्र बताते है कि राशिद पाकिस्तानी सेना के इशारे पर जोधपुर में सेना के मूवमेंट की जानकारी देने में लगा था। वह इन दिनों वाराणसी कैंट तथा सीआरपीएफ अमेठी की जानकारी दे रहा था। वह लगातार व्हाट्सएप पर फोटो भेज रहा था। जोधपुर मिलिट्री कैम्प की सूचना देने पर एक लाख रुपये और 15 हजार रुपये महीने का खर्च देने की बात कही गई थी।
जुलाई 2019 में ही मिलिट्री इंटेलिजेंस को लग गई थी भनक
आईएसआई और राशिद के कनेक्शन की जानकारी मिलिट्री इंटेलिजेंस को जुलाई 2019 में मिली थी। इनपुट के आधार पर मिलिट्री इंटेलिजेंस ने यूपी एटीएस के साथ काम करना शुरू किया। राशिद की तस्दीक करने के बाद 16 जनवरी को उससे पूछताछ शुरू की गई और 19 जनवरी की रात उसे गिरफ्तार किया गया।
सीएए के विरोध का वीडियो भेजा था पाकिस्तान
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में बीते दिसंबर महीने में वाराणसी और लखनऊ में प्रदर्शन हुए थे। इन प्रदर्शनों के वीडियो भी राशिद पाकिस्तान भेजा था। इसे लेकर सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों की टीम अलग से पूछताछ कर रही हैं।
राशिद और होगी पूछताछ
अभी तक कितने स्थानों, कैंपों की रेकी कर फोटो भेजी गई है? कितनी बार रुपए और गिफ्टे मिले? कहां-कहां की फोटो और वीडियो भेजने की जिम्मेदारी दी गई थी? इस काम में कितने और साथी सम्मिलित हैं? इसकी जांच की जाएगी।