सार
यूपी के जिले जौनपुर में गर्भवती महिला ससुराल की चौखट पर 48 घंटे से बैठकर धरना दे रही है। पति की बेवफाई से परेशान पत्नी न्याय की गुहार लगा रही है लेकिन अभी तक उसे सिर्फ आश्वसन ही मिला है, कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
जौनपुर: उत्तर प्रदेश के जिले जौनपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला पति की बेवफाई से परेशान होकर उसकी चौखट पर बैठ गई है। महिला को बैठे 48 घंटे बीत चुके हैं लेकिन अभी तक कोई न्याय नहीं मिला है। इतना ही नहीं ससुराल वालों ने घर के अंदर से कुंडी लगा रखी है। ऐसा कहा जा रहा है कि कुछ ससुरालवालों ने पीछे के दरवाजे से दीवार लांघकर भाग भी गए है। महिला का ग्रामीण पूरा समर्थन कर रहे है। इतना ही नहीं सात महीने की गर्भवती होने के साथ उसके साथ एक बच्चा भी है।
महाराष्ट्र में हुई थी महिला और युवक की मुलाकात
जानकारी के अनुसार यह मामला शहर के खेतासराय के जमदाहा गांव का है। शिकारपुर गांव की रहने वाली पीड़िता सुनीता रविवार सुबह करीब दस बजे जमदाहा गांव में आई थी। पति के घर के सामने चौखट पर बैठ गई है। ससुराल वालों ने भी घर के अंदर से दरवाजा बंद कर लिया है। सुनीता को धरने पर बैठ 48 घंटे से ज्यादा हो चुका है। दरअसल सुनीता कल्याण महाराष्ट्र में गार्ड की नौकरी करती थी और अपने परिजन के साथ रहती थी। पीड़िता के अनुसार पांच साल पहले एक ट्रैवेल एंजेसी में काम करने वाले मिंटू प्रजापति से उसकी मुलाकात हुई और दोनों में प्रेम प्रसंग शुरू हुआ। उसके बाद दोनों ने मंदिर में जाकर शादी कर ली और एक साथ रहने लगे।
तीन महीने बाद महिला को ससुराल वालों ने किया था स्वीकार
सुनीता ने बताया कि दोनों का दांपत्य जीवन अच्छा चल रहा था लेकिन करीब छह महीने पहले मिंटू बिना बताए मुंबई से चला आया। उसके काफी दिनों तक वापस नहीं आने पर खोजते खोजते उसके गांव आई। फिर ससुराल वालों ने घर के अंदर आने नहीं दिया। उसके बाद एसपी से शिकायत के बाद तीन महीने बाद ससुराल वालों ने स्वीकार किया लेकिन कुछ ही दिनों में मिंटू फिर कहीं चला गया। उसके जाने के बाद ससुराल वाले प्रताड़ित करने के साथ सास-ननद ताना मारती थी। ससुराल वालों ने एक महीने पहले ही घर से निकाल दिया। पीड़ित महिला का कहना है कि जब तक मुझे और मेरी बच्ची का अधिकार नहीं मिल जाता तब तक धरने पर बैठे रहेंगे। उसने मुझसे शादी की है तो मुझे छोड़कर किस तरीके से जा सकता है।
पुलिस पीड़ित महिला को दे रही सिर्फ आश्वसन, नहीं हुई कोई कार्रवाई
पीड़ित सुनीता की डेढ़ साल की बेटी नव्या भी उसके साथ चौखट पर बैठी है। ससुराल वाले दो दिनों से घर से बाहर नहीं निकले हैं। उधर, सुनीता के समर्थन में ग्रामीण आए हैं। वे ही खाने-पीने को दे रहे हैं। पीड़िता दस दिनों से थाना एसपी कार्यालय के चक्कर लगा रही है लेकिन कोई न्याय की उम्मीद नहीं दिख रही है। इसी वजह से वह रविवार की सुबह से ससुराल की चौखट पर धरना देने लगी। इस तरह से धरना देते उसको 48 घंटे बीत चुके हैं लेकिन अभी भी पुलिस पीड़िता को न्याय दिलाने का सिर्फ आश्वसन दे रही है पर कोई कार्रवाई नहीं की। इस प्रकरण को लेकर एसओ यजुवेंद्र सिंह का कहना है कि जांच चल रही है और पीड़िता की हर संभव मदद की जाएगी।
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