सार

यूपी में पर्यटकों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए पर्यटन विभाग ने एक योजना के अंतर्गत शुरुआत की है कि अब आमजनमानस के घरों में भी टूरिस्ट रह सकेंगे। इससे पहले लोगों को आवेदन करने के साथ जरूरी शर्तों के बारे में जान लेना होगा।

झांसी: उत्तर प्रदेश के जिले झांसी में काफी संख्या में टूरिस्ट का आते हैं। यहां की बुंदेली संस्कृति, खानपान, रहन-सहन को जानने के लिए बेहद उत्सुक रहते हैं। यह हाल सिर्फ झांसी का ही नहीं बल्कि राज्य के उन सभी शहरों का हैं, जहां प्राचीन सभ्यता को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते है। दूसरी जगहों से आकर लोग हॉटलों में रहते है लेकिन अब पर्यटक आपके घरों में भी रह सकेंगे। अगर आपके पास कोई पुश्तैनी मकान है और आप उस घर में अकेले रहते हैं। साथ ही घर के कई कमरे खाली पड़े रहते हैं तो अब आप उसमें पर्यटकों को मेहमान के रूप में रख सकते हैं।

पर्यटन विभाग की इस योजना से दे सकते है कमरे
टूरिस्ट को घर में रखने के लिए पर्यटन विभाग आपका पूरा सहयोग करेगा। विभाग अपनी पेइंग गेस्ट योजना के अंतर्गत यह मौका देने जा रहा है कि आप अपने पुश्तैनी मकान के कुछ कमरे इस योजना में दे सकते हैं। इस योजना के तहत आप जिस मकान में रह रहे हैं, उसके कम से कम 2 और अधिकतम 5 कमरे इस योजना के तहत जोड़ सकते हैं। शहर में बड़ी संख्या में सैलानी आते है। वह बुंदेली संस्कृति, खानपान के अलावा यहां का रहन-सहन को जानने के लिए भी काफी उत्सुक रहते हैं। बुंदेलियों का आम जनजीवन कैसा होता है यह जानने की उनकी इच्छा होती है।

योजना से जुड़ने के लिए सबसे जरूरी होगी ये शर्त
पर्यटकों की इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए इस योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना से पर्यटकों को बुंदेली संस्कृति को समझने का मौका मिलेगा। इस योजना से जुड़ने के लिए आपको एक आवेदन फॉर्म भरना होगा। इस योजना से जुड़ने के लिए फॉर्म शहर के वीरांगना होटल में बने पर्यटन विभाग के कार्यालय से मिल जाएगा। इसके लिए 50 रुपए की फीस लगेगी और फिर आवेदन कर सकते हैं। पर्यटन विभाग की पेइंग गेस्ट योजना से जुड़ने के लिए सबसे जरूरी शर्त यही है कि आपको खुद भी उस घर में रहना होगा।

मेहमान और मेजबान दोनों का होगा इस योजना से फायदा
50 रुपए के आवेदन करने के बाद और सभी शर्तों को मानने के बाद पर्यटन विभाग की इस योजना से जुड़ जाएंगे। वहीं इसको लेकर पर्यटन विभाग की अधिकारी का कहना है कि इस योजना की वजह से जहां एक ओर झांसी के निवासी टूरिस्ट फ्रेंडली बनेंगे। तो वहीं दूसरी ओर पर्यटकों को भी बुंदेली संस्कृति को नजदीक से जानने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा जो लोग इस योजना से जुड़ेंगे उन्हें किसी भी तरह की दूसरी मंजूरी नहीं लेनी होगी जैसे- बिजली का मीटर, पानी का बिल इत्यादि। इससे जुड़ने वाले लोगों का और टूरिस्ट दोनों का फायदा होगा। 

पत्नी ने फांसी लगाकर दी जान तो पति ने अस्पताल से लगाई छलांग, दंपति के शव पहुंचने के बाद गांव में पसरा सन्नाटा