सार
गांधी परिवार की करीबी और रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह ने योगी सरकार के रुख का समर्थन किया। कोटा को लेकर भी सवाल उठाया है। एक दूसरे ट्वीट में अदिति ने लिखा, 'कोटा में जब यूपी के हजारों बच्चे फंसे थे तब कहां थीं ये तथाकथित बसें, तब कांग्रेस सरकार इन बच्चों को घर तक तो छोड़िए, बॉर्डर तक ना छोड़ पाई।
लखनऊ (Uttar Pradesh) । यूपी में प्रवासी मजदूरों के लिए बसें चलवाने को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच चल रही सियासी जंग में कांग्रेस को झटका लगा है। गांधी परिवार की करीबी और रायबरेली से कांग्रेस की ही विधायक अदिति सिंह ने बड़ा बयान जारी किया है। ट्विटर पर उन्होंने पूरे मामले पर अपनी पार्टी के रुख की ही कड़ी आलोचना किया है। लिखा है कि ये कैसा क्रूर मजाक है। इतना ही नहीं उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी की है। वहीं, खबर है कि कांग्रेस पार्टी ने अदिति सिंह को अनुशासनहीनता का नोटिस थमा दिया है।
कांग्रेस से की ये बड़े सवाल
अदिति सिंह ने ट्वीट में लिखा है कि आपदा के वक्त ऐसी निम्न सियासत की क्या जरूरत। एक हजार बसों की सूची भेजी, उसमें भी आधी से ज्यादा बसों का फर्जीवाड़ा, 297 कबाड़ बसें, 98 ऑटो रिक्शा व एबुंलेंस जैसी गाड़ियां, 68 वाहन बिना कागजात के, ये कैसा क्रूर मजाक है। अगर बसें थीं तो राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र में क्यूं नहीं लगाई।
सीएम योगी की तारीफ, किए सवाल
गांधी परिवार की करीबी और रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह ने योगी सरकार के रुख का समर्थन किया। कोटा को लेकर भी सवाल उठाया है। एक दूसरे ट्वीट में अदिति ने लिखा, 'कोटा में जब यूपी के हजारों बच्चे फंसे थे तब कहां थीं ये तथाकथित बसें, तब कांग्रेस सरकार इन बच्चों को घर तक तो छोड़िए, बॉर्डर तक ना छोड़ पाई। उस समय तब योगी अदित्यनाथ ने रातों-रात बसें लगाकर इन बच्चों को घर पहुंचाया, खुद राजस्थान के सीएम ने भी इसकी तारीफ की थी।