सार
यूपी के कानपुर के उच्च प्राथमिक विद्यालय में 2 का पहाड़ा नहीं सुना पाने पर नाराज शिक्षक ने 11 साल के मासूम के हाथ पर ड्रिल मशीन चलाने की कोशिश की। लेकिन बड़ा हादसा होने से पहले अन्य छात्र ने स्विच बंद कर दिया।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। एक शिक्षक ने 11 साल के मासूम छात्र के साथ संवेदनहीनता की सभी हदें पार कर दी। उच्च प्राथमिक विद्यालय में दो का पहाड़ा नहीं सुना पाने पर अनुदेशक ने छात्र के हाथ पर ड्रिल मशीन चलाने की कोशिश की। गनीमत रही कि समय रहते दूसरे छात्र ने ड्रिल मशीन का स्विच बंद कर दिया। लेकिन इस दौरान पीड़ित छात्र मामूली रूप से जख्मी हो गया। इस घटना के बाद से स्कूल के छात्रों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
छात्र ने अधिकारियों को बताया पूरा मामला
वहीं घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर बीएसए और खंड शिक्षा अधिकारी भी पहुंच गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सीसामऊ में रहने वाले शिवकुमार का 11 साल का बेटा विवान प्रेम नगर उच्च प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 5 में पढ़ता है। विवान ने बताया कि बीते गुरुवार को अनुदेशक अनुज ने दो का पहाड़ा सुनाने को कहा। जब वह पहाड़ा नहीं सुना पाया तो अनुदेशक ने छात्र के हाथ पर ड्रिल मशीन चलाने की कोशिश की। इससे बच्चे का हाथ जख्मी हो गया। वहीं दूसरे छात्र की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से बच गया।
मामले की हो रही जांच
इस घटना के अगले दिन यानि की शुक्रवार को मामले की जानकारी मिलने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरजीत कुमार सिंह और खंड शिक्षा अधिकारी ने मौके पर पहुंच कर मामले की जांच की। बता दें कि बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारी को मामले की रिपोर्ट बनाकर भेजने के निर्देश दिए हैं। बीएसए ने बताया कि मामले पर रिपोर्ट मिलते ही प्रभारी प्रधानाध्यापिता को निलंबित करने की कार्रवाई की जाएगी। वहीं स्कूल में तैनात प्रभारी इंचार्ज सुभाष चंद्र ने बताया बीएलओ की ड्यूटी के चलते वह गुरुवार को स्कूल में नहीं थे। इस दौरान स्कूल में प्रभारी इंचार्ज के तौर पर सहायक अध्यापक अलका त्रिपाठी थीं।
परिजनों ने किया जमकर हंगामा
हालांकि बताया गया कि सहायक अध्यापक अलका त्रिपाठी को मामले की जानकारी नहीं थी। जब शुक्रवार को परिजनों ने स्कूल पहुंच कर हंगामा करना शुरू किया तो उन्हें मामले की जानकारी हुई। इसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी, बीएसए समेत अन्य अफसर मामले की जांच करने के लिए स्कूल पहुंच गए। स्कूल के इंचार्ज सुभाष चंद्र ने बताया कि मेंटीनेंस का काम चलने के कारण स्कूल में कारपेंटर की ड्रिल मशीन रखी हुई थी। उन्होंने कहा कि अनुदेशक ने बच्चे को डराने की कोशिश की थी, लेकिन वह छात्र के हाथ पर चल गई।