सार
यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दोबारा वापसी आने के बाद से भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सभी विभागों में कार्रवाई जोरो से की जा रही है। सीबीआई की रडार में चढ़ा हुआ कानपुर का कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय का एक अधिकारी आखिरकार घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
सुमित शर्मा
कानपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ज़ीरो टॉलरेंस नीति का असर अब सभी विभागों में देखने को मिल रहा है। जहां कई दिनों से सीबीआई की रडार पर चढ़ा हुआ कानपुर के कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय का एक अधिकारी आखिरकार घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ गया। जानकारी के अनुसार कानपुर में सीबीआई ने कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय में 3 लाख की घूस लेते वक्त रंगे हाथों प्रवर्तन इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया है।
500 की छह गड्डियां लेकर पहुंचा था पीड़ित
वहीं प्रवर्तन इंस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव पर आरोप है कि वो चौबेपुर स्थित एक निजी स्कूल संचालक से 5 लाख की घूस की मांग कर रहा था। रकम की तोड़ मरोड़ होने के बाद मामला 3 लाख पर सेटल हुआ। जहां पीड़ित ने 500 रुपए की 6 गड्डियों को लेकर घूस की रकम को आरोपी इंस्पेक्टर के पास लेकर पहुंचा। कार्यालय में प्रवर्तन इंस्पेक्टर को सीबीआई ने मौके से 3 लाख रुपयों की रकम के साथ रंगे हाथों धर दबोचा।
सीबीआई से शिकायत करने वाला है स्कूल संचालक
जानकारी के अनुसार सीबीआई ने एक कंसलटेंट को भी हिरासत में लिया है और मामले पर उससे भी पूछताछ जारी है। देर रात खबर लिखे जाने तक विभाग में कागजी कार्यवाही जारी थी। वहीं घूस लेने की सीबीआई से शिकायत करने वाले जयपाल सिंह एक स्कूल के संचालक हैं। उनका कर्मचारी भविष्य निधि कार्यालय में स्कूल के कर्मचारियों और अध्यापकों के फंड का मामला काफी समय से चल रहा था।
सेटलमेंट के लिए पांच लाख रुपए की मांगी घूस
जिसके सेटलमेंट के लिए प्रवर्तन इंस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव पर पांच लाख रुपए की घूस मांगने का आरोप लगा है। मामले में पीड़ित की सुनवाई न होने पर जयपाल ने सीबीआई से संपर्क किया। जिसपर सीबीआई पिछले 4 दिनों से ईपीएफओ कार्यालय आ रही थी और आज आखिरकार आज उसने इंस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव को रंगे हाथ घूस लेते हुए धर दबोचा।
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