सार

पुलिस के कई घंटों की मशक्कत के बाद आखिरकार बांग्लादेशी नागरिक रिजवान और उसकी पत्नी की रिमांड मंजूर हो गई है। हालांकि 9 घंटे के मिले इस समय में सिर्फ 6 घंटे ही पूछताछ हो सकेगी। 

कानपुर: बांग्लादेशी नागरिक रिजवान मोहम्मद और उसकी पत्नी हिना की रिमांड लेने में पुलिस को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। 81 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस को केवल 9 घंटे के लिए रिजवान की रिमांड मिली। मूलगंज पुलिस के द्वारा बीते दिनों बांग्लादेश नागरिक रिजवान मोहम्मद को पत्नी हिना, ससुर खालिद, बेटी रुकसार और दो नाबालिग बेटों के साथ में गिरफ्तार किया गया था। 

पूरे दिन बहस के बाद 9 घंटे की मिली रिमांड 
पुलिस ने पड़ताल की तो राज खुला कि रिजवान चोरी छिपे कानपुर में रह रहा था। पूछताछ में उसने बताया कि कानपुर निवासी हिना से उसने दिल्ली में निकाह किया था और कोलकाता होते हुए चोरी-छिपे सड़क मार्ग से बांग्लादेश चला गया था। यहां तीन बच्चों के जन्म के बाद पूरा परिवार 2016 में बंगाल के रास्ते सीमा पार कर भारत पहुंचा। इसके बाद से ही परिवार कानपुर में रह रहा है। आरोपितों ने कूटरचित भारतीय आधार कार्ड, बांग्लादेश पासपोर्ट और अन्य देशों के पासपोर्ट भी बनवाए। इस मामले में सपा विधायक इरफान सोलंकी भी चर्चाओं में हैं। उनके द्वारा ही बांग्लादेशी नागरिक को भारतीय होने का प्रमाणपत्र दिलवाने के साथ उसका आधारकार्ड बनवाने में मदद की गई थी। पुलिस ने 14 दिसंबर को रिजवान औऱ हिना की 14 दिनों की रिमांड मांगी थी। हालांकि रिमांड का आदेश टल गया था। शनिवार को पुलिस ने पुनः एसीएमएम-3 स्नेहा यादव की कोर्ट में रिमांड का प्रयास किया। पूरे दिन बहस के बाद महज 9 घंटे की रिमांड मंजूर हुई। 

रिमांड में पूछताछ के लिए मिलेंगे सिर्फ 6 घंटे
आमतौर पर अदलातों का कामकाज शाम को 6 बजे समाप्त हो जाता है। लेकिन इस मामले में कोर्ट रात 9 बजे तक खुली रही। रात में रिमांड मिली भी तो सिर्फ 9 घंटे के लिए। सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक। वहीं पुलिस अधिकारी ने बताया कि इतनी कम अवधि में पूछताछ संभव ही नहीं है। तमाम प्रक्रियाओं में ही तीन घंटे का समय बीत जाएगा और ऐसे में पूछताछ के लिए सिर्फ 6 घंटे ही मिलेंगे। मामले में दोबारा रिमांड मांगे जाने की बात भी सामने आ रही है। 

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