सार
कानपुर जिले का चर्चित आरजू हत्याकांड कानूनी दांव-पेंच में फंस गया है। कोर्ट में डॉक्टर ने संभावना जताई है कि शारीरिक संबंध बनाने के दौरान चेहरे पर इस तरह की चोट आना संभव है। जबकि ससुराल वालों ने गैस लीक से मौत की बात कही थी।
सुकीर्ति मिश्रा
कानपुर: यूपी के कानपुर जिले का चर्चित आरजू हत्याकांड ने एक अलग मोड़ ले लिया है। अब यह केस कोर्ट में कानूनी दांवपेंच में फंसता नजर आ रहा है। यह केस इस हत्याकांड से जुड़े कई पेचीदा सवाल भी खड़ा कर रहा है। आरजू की पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने कहा था कि मुंह और नाक दबाने से आरजू की मौत हुई है। आरजू के चेहरे और शरीर पर चोटों के निशान थे। जबकि आरजू के ससुराल वालों ने कहा था कि बाथरूम में गैस लीकेज होने की वजह दम घुटकर उसकी मौत हो गई। हांलाकि यह मामला कोर्ट में पहुंच चुका है। कोर्ट में जिरह के दौरान डॉक्टर ने शारीरिक संबंध बनाने पर भी इस तरह की चोट आ सकती है।
शादी के 15 दिन बाद हुई मौत
मध्य प्रदेश के शहडोल निवासी इंजीनियर आरजू कटारे की शादी दिसंबर 2020 में केशव नगर के अमनदीप गुप्ता से हुई थी। शादी के महज 15 दिन बाद आरजू कि मौत हो गई थी। जिसके बाद उसके ससुराल वालों ने गैस लीकेज से दम घुटने की बात कही थी। उसके होंठ, गाल और माथे पर चोट के गहरे निशान थे। आरजू के मुंह के अंदर की झिल्ली में चोट और खून के थक्के मिले थे। मृतका के पिता नीरज कटारे ने ससुराल वालों के खिलाफ तहरीर दी थी। उनके अनुसार, ससुराल वालों ने उनकी बेटी को मार डाला। जिसकी वजह से उसके चेहरे पर चोट के निशान हैं।
कानूनी दांव-पेंच में फंसा मामला
मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण दम घुटना बताया गया था। इसी को मद्देनजर रखते हुए पुलिस ने ससुराल पक्ष पर दहेज हत्या में चार्जशीट दाखिल की। बता दें कि यह मुकदमा अपर जिला जज तृतीय की कोर्ट में सुनवाई पर चल रहा है। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान अधिवक्ता राहुल भट्ट के मुताबिक, उन्होंने डॉक्टर को कोर्ट में पुन: तलब करने की अर्जी दी है। डॉ. सुधांशु कटियार ने पुलिस को बताया था कि आरजू की मौत दम घुटने से हुई है। लेकिन मृतका के चेहरे पर चोटों के निशान अंदर और बाहर दोनों तरफ पाए गए हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि मौत गैस लीक से नहीं हुई है।
चेहरे पर मिले चोटों के निशान
कोर्ट में 2 अप्रैल 2022 को डा. सुधांशु कटियार ने एक बार फिर पोस्टमार्टम वाली रिपोर्ट दोहराई। उन्होंने कहा कि आरजू के चेहरे पर कई चोट के निशान हैं और मौत सांस रुकने की वजह से हुई है। मृतका के फेफड़ों में इसके लक्षण भी पाए गए हैं। डॉक्टर ने कहा कि एलपीजी गैस से दम घुटकर मौत होने पर एयर बबल फेफड़ों में नहीं आता है। लेकिन यह मृतका की मृत्यु के दौरान आया है। इसके बाद जब ससुराल पक्ष के बचाव की जिरह शुरू हुई तो डॉक्टर ने संभावना जताई कि शारीरिक संबंध बनाने के दौरान भी इसतरह के चोट के निशान संभव हैं। होंठ पर आई चोट के लिए कहा कि चुंबन के दौरान संभव है। वहीं विधि विशेषज्ञ कौशल किशोर का कहना है कि शारीरिक संबंध बनाने पर होंठ पर चोट आ सकती है लेकिन मुंह के अंदर की झिल्ली में चोट और खून के थक्के कैसे संभव हो सकते हैं।