सार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों 13 दिसंबर को विश्वनाथ धाम कारिडोर का लोकार्पण होगा। इस मौके पर वह बाबा का अभिषेक करेंगे। इससे पहले 30 नवंबर 2020 को देव दीपावली की विहंगम छटा देखने वह जब काशी आए थे तो गंगा घाट से कार द्वारा धाम में पहुंचे थे। काशी की तस्वीर विश्व पटल पर अलग ही नजर आने वाली है।
वाराणसी: 13 दिसंबर को होने वाले लोकार्पण (inauguration) महोत्सव को अकल्पनीय बनाने के लिए मंदिर प्रशासन तैयारियों को मूर्त रूप देने में लगा है। धाम के मंदिरों के शिखर से लेकर जमीन तक स्मार्ट लाइटिंग (smart lighting) की रोशनी हर किसी को बरबस ही अपनी तरफ खींच (attract) रही है। काशी विश्वनाथ धाम (Kashi Vishvanath) में बाबा विश्वनाथ की आरती के समय घंटियों और डमरूओं की निनाद के साथ रोशनी का संयोजन किया गया है। धाम तक आने वाले रास्तों पर फ्लोर लाइटिंग लगाई की गई है, जो श्रद्धालुओं को लाइटिंग के साथ बाबा के गर्भगृह तक लेकर जाएगी। प्रशासन तेजी से काशी को संवारने का काम कर रहा है।
सैकड़ों साल बाद हुआ काशी धाम का जीर्णोद्धार
साथ ही आपको बता दें काशी वासी भी अपने मेहमानों के स्वागत के लिए देवालयों, कुंडों, गंगा घाट आदि की सफाई में जुट गए हैं और पूरे शहर को रोशनी से सजाया जा रहा है। लोकार्पण के बाद काशी विश्वनाथ का प्रसाद घर-घर पहुंचाया जाएगा। वाराणसी के मंडलायुक्त व काशी विश्वनाथ मंदिर कार्यपालक समिति के अध्यक्ष दीपक अग्रवाल (Deepak Aggarwal) ने बताया कि यह ऐतिहासिक पल (Historical moment) है। सैकड़ों साल बाद काशी विश्वनाथ धाम का जीर्णोद्धार हो रहा है। भव्य लोकार्पण की तैयारी की जा रही है, ताकि देश और विश्व भर के लोग इस पल के साक्षी बनें और अपनी आने वाली पीढि़यों को काशी विश्वनाथ के जीर्णोद्धार के काम की सफलता के बारे में बता सकें। लोग सैकड़ों सालों तक इसे याद रखेंगे।
11 लाख दीपों से रौशन होंगे गंगा के किनारे
मंदिर कार्यपालक समिति के अध्यक्ष ने बताया कि लोकार्पण के लिए शहर में साफ-सफाई का अभियान चलाया जा रहा है। गंगा के घाटों (Ganga Ghat) और कुंडों की सफाई और साज-सज्जा किया जा रहा है। गंगा के दोनों किनारों पर करीब 11 लाख दीप रोशनी बिखेरेंगे। सरकारी भवनों (Government buildings) को भी रोशनी से सजाया जा रहा है। मंदिरों को आकर्षक तरीके से सजाया जा रहा है। भजन संध्या का आयोजन हो रहा है। लोगों से अपने घरों पर लाइटिंग करने और लोकार्पण के दिन दीपों को जलाने की अपील की गई है।
13 दिसंबर से जगमराएगा काशी विश्वनाथ का आंगन
भाजपा (BJP) काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव (Mahesh chand srivastava) के अनुसार बाबा के भोग लगे प्रसाद को पहले सभी आठ विधानसभाओं में पहुंचाया जाएगा। वहां से पहले मंडल फिर सेक्टर इसके बाद बूथों पर प्रसाद पहुंचेगा। प्रत्येक पैकेट में दो लड्डू होंगे। प्रसाद के पैकेट को भाजपा की बूथ समिति के कार्यकर्ता सर्वप्रथम अपने बूथ अंतर्गत आने वाले मठों, मंदिरों में रहने वाले संत, महात्माओं के साथ ही हर वर्ग के लोगों को वितरित करेंगे। काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद मास पयंर्त चलने वाले भव्य काशी दिव्य काशी अभियान में 17 दिसंबर को बड़ा लालपुर स्थित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल (टीएफसी) में महापौर सम्मेलन होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर एक बजे देश भर से आए महापौर को वर्चुअल संबोधित करेंगे। धाम के अलावा शहर के चैराहों पर भी फूलों से सजावट होगी। काशी विश्वनाथ का आंगन 13 दिसंबर को ऑरेंज ग्लेडी, अस्टर, कुंद, रजनीगंधा, बनारसी गेंदा और गुलाब से महकेगा। शहर के फूल व्यापारियों को जो ऑर्डर मिले हैं, उसमें गेंदा और गुलाब के साथ चमेली, कुंद, स्टार, पॉम, लर, स्टीक, ग्लेडिया (ऑरेंज, रेड और येलो) शामिल हैं।