सार
केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार की सुबह खोल दिए गए। कपाट खुलने के साथ ही पीएम मोदी के नाम की पहली पूजा यहां पर हुई। इस बीच सीएम पुष्कर सिंह धामी यहां मौजूद रहें।
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार की सुबह शुभ मुहूर्त पर खोल दिए गए। सुबह 6 बजकर 25 मिनट पर खुले कपाट के बाद अब यहां छह माह तक बाबा के भक्त धाम में आराध्य की पूजा-अर्चना कर सकेंगे। इस दौरान बाबा के मंदिर को तकरीबन 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। इससे पहले गुरुवार को भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली भी भक्तों के जयकारों के साथ धाम पहुंची। जहां विधि विधान के साथ डोली को मंदिर के समीप ही विराजमान किया गया। इस बीच अन्य धार्मिक परंपराओं का भी निर्वाहन किया गया।
मूर्ति हुई विराजमान
सुबह जब केदरानाथ के कपाट भक्तों के लिए खुले तो दर्शनार्थियों के जयकारों से आस-पास का क्षेत्र गुंजायमान हो गया। केदार मंदिर में बाबा की पंचमुखी मूर्ति भी विराजमान हुई। कपाट खुलने के साथ ही पीएम मोदी के नाम से पहली पूजा की गई। उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी बाबा केदार का आशीर्वाद वहां पर लिया।
बैंड की धुन पर जमकर लगे जयकारे
सुबह ही मुख्य पुजारी के द्वारा भोग लगाया गया। इसके बाद नित पूजाएं भी हुईं। केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग, वेदपाठियों, पुजारियों, हक्क हकूकधारियों की मौजूदगी में कपाट पर वैदिक परंपराओं के अनुसार मंत्रौच्चारण किया गया। इसके बाद कपाट को खोला गया और डोली ने मंदिर में प्रवेश लिया। इस बीच सबसे पहले पुजारियों और वेदपाठियों ने गर्भगृह में सफाई के साथ ही भोग लगाया। इसके बाद पूजा अर्चना की गई। यहां के बैंड की धुनों के बीच भोले बाबा के जयकारे भी लगे।
तय की गयी श्रद्धालुओं की सीमा
आपको बता दें कि केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या को भी तय कर दिया गया है। जारी सरकारी आदेश में कहा गया है कि केदारनाथ में रोजाना 12 हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे। वहीं बद्रीनाथ में 15 हजार और गंगोत्री में 7 हजार व यमुनोत्री में प्रतिदिन 4 हजार श्रद्धालु ही दर्शन कर सकेंगे।
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