सार

प्राचीन शहर कुशीनगर बौद्धों के लिए सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है। गौतम बुद्ध का यह अंतिम विश्राम स्थल है, जहां उन्होंने अपनी शरीर का त्याग कर परम धाम की प्राप्ति की थी। गौतम बुद्ध की वजह से हर साल हजारों  बौद्धिक लोग विदेशों से भी आते हैं।

कुशीनगर (उत्तर प्रदेश).  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार सुबह उत्तर प्रदेश के कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट ( kushinagar international airport) का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री महापरिनिर्वाण मंदिर में पूजा की साथ ही भगवान बुद्ध को चीवर भी दान किया। इस दौरान साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद थे। आखिर पीएम मोदी ने कुशीनगर  एयरपोर्ट के उद्घाटन के आज का दिन यानि 20 अक्टूबर क्यों चुना है। क्या इसके पीछे की वजह। कहीं यह तो नहीं इसका बड़ा कारण...

आज ही बौद्ध भिक्षुओं के वर्षावास की समाप्ति हो रही है
दररअसल कुशीनगर में गौतम बुद्ध की वजह से हर साल हजारों  बौद्धिक लोग विदेशों से भी यहां उनके दर्शन के लिए आते हैं। बता दें, वर्षावास में बौध भिक्षु तीन महीने तक एक ही जगह पर रहकर ध्यान लगाते हैं और वहीं पर प्रार्थना करते हैं। 20 अक्टूबर को ही बौद्ध भिक्षुओं के वर्षावास की भी समाप्ति हो रही है। इसके बाद विदेशों से आए हुए तमाम बौध भिक्षु अपने-अपने देश लौट जाएंगे। हो सकता है कि इसी खास वजह से इसी दिन के लिए पीएम मोदी ने कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन करने के लिए चुना हो।

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इस वजह से यहां बनाया गया है अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डा
प्राचीन शहर कुशीनगर बौद्धों के लिए सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है। गौतम बुद्ध का यह अंतिम विश्राम स्थल है, जहां उन्होंने अपनी शरीर का त्याग कर परम धाम की प्राप्ति की थी। गौतम बुद्ध की वजह से हर साल हजारों  बौद्धिक लोग विदेशों से भी यहां उनके दर्शन के लिए आते हैं। विदेशी लोगों को कुशीनगर तक आने के लिए कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए ही यहां पर अंतर्राष्‍ट्रीय हवाई अड्डे की सौगात दी गई है।

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