सार
केंद्र सरकार के द्वारा तीन साल पहले पॉवर कॉर्पोरेशन की सौभाग्य योजना के तहत बिजली कनेक्शन दिया गया था। जिसका अब तक 70 करोड़ बिला आया है और अब विभाग इसकी वसूल अभियान चलाकर उपभोक्ताओं से करेगा।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पॉवर कॉर्पोरेशन की सौभाग्य योजना के तहत राज्य में अलग-अलग जगहों पर उपभोक्ताओं को बिजली कनेक्शन दिया गया था। इन उपभोक्ताओं ने करीब 70 करोड़ की बिजली इस्तेमाल की पर इसका भुगतान नहीं किया गया। अब अभियान चलाकर सभी से वसूली की तैयारी की जा रही है। मुफ्त कनेक्शन पाने वाले उपभोक्ताओं ने अब तक 70 करोड़ की बिजली तो फूंकी और योजना के तहत करीब 60 हजार पात्रों ने मुफ्त कनेक्शन पाने में भी खूब तेजी दिखाई पर अब खर्च की बिजली की बिल राशि चुकाने में गुरेज बरत रहे हैं। इसी के अंतर्गत बीते तीन साल से इस योजना से जुड़े 60 हजार उपभोक्ताओं ने अपना बिजली का बिल ही जमा नहीं किया है।
तीन साल पहले केंद्र सरकार ने शुरू की थी योजना
बिजली का बिल जमा नहीं होने की वजह से पॉवर कॉर्पोरेशन की 70 करोड़ की बिल राशि वसूली न हो पाने से अटकी है। इसी कारणवश विभागीय अधिकारी अब ऐसे बकाएदारों के खिलाफ बिजली बिल की बकाया राशि की वसूली को अभियान चलाने की बात कह रहे हैं। तीन साल पहले केंद्र सरकार की ओर से सौभाग्य योजना की शुरूआत हुई थी। इसके अंतर्गत जिले में गरीब परिवारों को फ्री में बिजली के कनेक्शन दिए गए थे। हर बिल में कनेक्शन फीस का कुछ हिस्सा प्रति महीने जोड़ दिया गया था। वहीं कनेक्शन लेने वालों को हर महीने अपने बिजली बिल की राशि जमा करनी थी। जिसमें कनेक्शन फीस व यूनिट के हिसाब से बिल तैयार हुआ था।
फ्री कनेक्शन के बाद मुफ्त बिजली की कर रहे मांग
उपभोक्ताओं का कहना है कि जब सरकार ने फ्री कनेक्शन दे दिया तो बिल की राशि भी माफ होनी चाहिए। इसी के साथ सौभाग्य योजना से जुड़े करीब 60 हजार उपभोक्ताओं ने कनेक्शन लेने के बाद से बीते तीन साल में एक बार भी बिजली बिल के एवज में कोई भी राशि जमा नहीं की। इससे संबंधित विभाग के अधिकारियों का कहना है कि योजना के तहत सिर्फ बिजली कनेक्शन ही फ्री था लेकिन खर्च की जाने वाली बिजली का पैसा निर्धारित यूनिट दर से बिल के बतौर हर महीने चुकाना जरूरी था। बिजली का बिल राशि चुकाने में बरती गयी उदासीनता की वजह से ही तीन साल में इन कनेक्शन धारकों पर 70 करोड़ से अधिक बिल राशि का भुगतान बकाया हो गया है।
10 हजार से अधिक उपभोक्ताओं पर चलेगा अभियान
दूसरी ओर अधीक्षण अभियंता नंदलाल का कहना है कि सौभाग्य योजना के तहत करीब 60 हजार उपभोक्ताओं ने एक बार भी अपना बिल नहीं चुकाया है। इस तरह के डिफाल्टरों से अभियान चलाकर बकाया बिल की वसूली होगी। वसूली के अलावा 10 हजार से अधिक के ऐसे बकाएदारों के खिलाफ अभियान चलाकर कनेक्शन काटने की कार्रवाई भी होगी। सौभाग्य योजना के अंतर्गत गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वालों के साथ ही अंत्योदय कार्डधारकों को मुफ्त बिजली कनेक्शन का लाभ दिया गया था। इसका उद्देश्य गांव के हर घर तक बिजली की रोशनी पहुंचाना था। इसके जरिए ऐसे गांवों में बिजली सुविधा मुहैया कराने के कई साल बीत जाने के बाद भी मात्र 15 से 20 फीसदी कनेक्शनधारी ही जलाई जा रही बिजली का बिल चुका रहे हैं और अन्य उपभोक्ता इसका मुफ्त उपयोग ही कर रहे हैं।