सार

लखनऊ में स्थिति सेंटिनियल कॉलेज के बाहर ही गुरुवार को क्लास लगाई गई। प्रबंध तंत्र के विवाद के कारण सेंटिनियल इंटर कॉलेज के शिक्षकों ने सड़क पर ही क्लास लगा दी और बच्चों ने दरी बिछाकर पढ़ाई की। इस विवाद के चलते एक जुलाई से ही स्कूल बंद चल रहा है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थिति सेंटिनियल इंटर कॉलेज में गुरुवार की सुबह अलग ही नजारा देखने को मिला। कॉलेज के प्रबंध तंत्र का विवाद गुरुवार को सड़क पर आ गया। कॉलेज के शिक्षकों और छात्रों को सुबह प्रवेश नहीं करने दिया गया तो शिक्षकों ने सड़क पर ही क्लास लगा दी। शिक्षकों ने जमीन पर दरी बिछा दी और छोटे बोर्ड पर पढ़ाने लगे। इस दौरान बच्चे भी एक-एक करके आने लगे और दरी पर बैठकर पढ़ाई शुरू कर दी। 

विवाद के चलते एक जुलाई से बंद चल रहा स्कूल
शहर के गोलागंज स्थित सेंटिनियल इंटर कॉलेज का गुरुवार का नजारा बहुत ही अलग रहा। यहां कॉलेज के अंदर ही नहीं बल्कि गेट के बाहर ही सड़क पर कक्षाएं लगी। प्रबंध तंत्र के विवाद के चलते एक जुलाई से स्कूल बंद चल रहा है। इस वजह से न शिक्षकों को प्रवेश करने दिया जा रहा है और न ही छात्रों को। इसको लेकर शिक्षाधिकारी भी स्कूल खुलवाने को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। इसी के चलते आज सड़क पर ही शिक्षक क्लास लेने लगे। वहीं प्रिंसिपल राजीव दयान का कहना है कि शिक्षाधिकारियों के अलावा माध्यमिक शिक्षा मंत्री को जानकारी दी गई लेकिन स्कूल नहीं खुल पाया है।

139 साल पुराना है इंटर कॉलेज का विवाद
बता दें कि यह विवाद 139 साल पुराना है। साल 139 पुराने ऐतिहासिक सरकारी सहायता प्राप्त सेंटिनियल इंटर कॉलेज में प्रबंध तंत्र का विवाद चल रहा है। जिसमें स्कूल चलता था वहां पर अब निजी मेथोडिस्ट चर्च स्कूल खोल दिया गया है और सेंटिनियल को दूसरे भवन में शिफ्ट कर दिया गया है। तभी से एक जुलाई से यह बंद चल रहा है। इसकी सूचना तत्कालीन शिक्षाधिकारियों जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ अमरकांत सिंह और जेडी सुरेंद्र तिवारी को दी गई। इसको खुलवाने की बजाय फिलहाल बंद करने का ही आदेश दे दिया है। 

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