सार
यूपी के जिले लखनऊ में PWD इंजीनियर और उसके पिता पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए ठेकेदार फांसी के फंदे पर झूल गए। पुलिस को घटनास्थल पर सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा है कि है कि PWD इंजीनियर भगवान तुम्हें कभी माफ नहीं करेगा।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर में ठेकेदार ने शुक्रवार की देर रात फांसी लगा ली थी लेकिन इससे पहले उन्होंने कमरे में पढ़ रहे बेटे को बाहर भेजा था। उसके बाद जब सुबह तक दरवाजा नहीं खुला तो पत्नी ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब कमरे का दरवाजा तोड़ा तो युवक का शव फंदे से लटका मिला। इतना ही नहीं कमरे से पुलिस को सुसाइड नोट भी बरामद हुआ जिसमें ठेकेदार ने पीडब्ल्यूडी की इंजीनियर और उसके पिता पर प्रताड़ित करने की बात लिखी है।
बेटे को कमरे से बाहर भेजकर किया था सुसाइड
शहर के गोमतीनगर विस्तार में ठेकेदार प्रशांत विजय सिंह (42) ने बेटे को बाहर भेजकर आत्महत्या की। दरवाजा नहीं खुलने पर पत्नी नितिशा सिंह ने पुलिस को सूचना दी थी। मृतक प्रशांत की मौत पर घरवालों ने पीडब्ल्यूडी इंजीनियर और उसके पिता पर 40 लाख रुपए न लौटाने और झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। प्रभारी निरीक्षक गोमतीनगर विस्तार अनिल कुमार सिंह के अनुसार आशियाना के सेक्टर एन निवासी सिद्धमान सिंह का बेटा प्रशांत विजय सिंह शिप्रा अपार्टमेंट के वी-ब्लॉक के फ्लैट नंबर 101 में रहता था।
सुसाइड नोट में पीडब्ल्यूडी इंजीनियर को ठहराया जिम्मेदार
मृतक प्रशांत ने जिस कमरे में फांसी लगाई थी, वहां से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा है कि पीडब्ल्यूडी इंजीनियर तुमने मेरे साथ ऐसा क्यों किया। झूठा रेप केस किया। तुमने और तुम्हारे पापा ने ऐसा षड़यंत्र क्यों किया। अगर गलती की थी तो उसकी सजा देती। तुम्हारे पापा को फोन करना, तुम्हारे ऑफिस में फोन करना और तुम्हारे घर आना, उसकी सजा देती। आज मैं जा रहा हूं, लेकिन भगवान तुम्हें कभी माफ नहीं करेगा। मृतक युवक की मौत पर भाई स्वतंत्र विजय सिंह का कहना है कि इंजीनियर ने भैया से 40 लाख रुपये लिए थे। इस बात को लेकर ही भैया परेशान रहते थे। अक्सर कॉल कर आरोपी पिता-पुत्री की प्रताड़ना के बारे में बताते थे इसलिए उसने जांच की मांग की है।
मृतक युवक पर दर्ज था मारपीट समेत दुष्कर्म का मुकदमा
प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि प्रशांत के बेटे अर्नव ने बताया कि रात करीब 11 बजे पिता आए और उससे बाहर जाकर पढ़ने को कहा। उसके कुछ देर बाद उसने दरवाजा खटखटाया लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। यह बात उसने बाकी के सदस्यों को बताई और 12 बजे तक घरवालों ने काफी प्रयास किया लेकिन दरवाजा नहीं खुला। उसके बाद एक बार फिर सुबह चार बजे प्रयास किया पर कोई जवाब नहीं मिलने पर पुलिस को सूचना दी थी। इस मामले को लेकर डीसीपी पूर्वी प्राची सिंह का कहना है कि इंदिरानगर के मासन एन्क्लेव में रहने वाली इंजीनियर ने दुष्कर्म, रंगदारी मांगने, अप्राकृतिक संबंध बनाने, मारपीट, गालीगलौज व धमकाने का मुकदमा दर्ज कराया था।
सोशल मीडिया के जरिए पता चला कि प्रोडक्शन से था जुड़ाव
डीसीपी पूर्वी प्राची सिंह ने आगे बताया कि मृतक पर आरोप था कि उसने खुद को अविवाहित बताते हुए दोस्ती की और लिवइन रिलेशनशिप में रहे। उसके बाद मई में प्रशांत को गिरफ्तार किया गया था और 15 जुलाई को जमानत पर छूटे थे। इसके घटना के बाद से वह मानसिक तौर पर परेशान होने की बात सामने आई है। आरोपों के आधार पर जांच की जा रही है। उन्होंने आगे बताया कि ठेकेदारी के साथ प्रशांत सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय थे। उनका फेसबुक अकाउंट खंगालने पर पता चला कि वो प्रोडक्शन व एक्टिंग से भी जुड़े हुए थे।