सार
यूपी में सांड और नीलगाय के हमले में मौत होने पर राज्य सरकार अब चार लाख का मुआवजा देगी क्योंकि इनके द्वारा हमला भी राज्य आपदा की सूची में शामिल कर लिया गया है। यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान सपा प्रमुख ने सराकर पांच लाख रुपए देने का ऐलान किया था।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अब सांड और नीलगाय के हमले में हुई मौत भी राज्य आपदा में शामिल होगी। इस दौरान जान गंवाने वाले व्यक्तियों के घरवालों को सरकार ने मुआवजा देने की घोषणा की है। यूपी सरकार मृतक के परिवार वालों को अब चार लाख रुपए का मुआवजा देगी। दरअसल राज्य सरकार ने ऐसी घटनाओं को आपदा की घटनाओं की सूची में शामिल किया है। योगी सरकार के राजस्व विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के जरिए राज्य आपदा की सूची में शामिल किया गया है। इस हफ्ते के अंत में जारी अधिसूचना में सांड और नीलगाय के हमले की वजह से हुई मौतों को राज्य आपदा घोषित किया गया है।
मृतक के परिजन को मिलेगा चार लाख का मुआवजा
राज्य आपदा में अभी तक बमौसमी अत्यधिक बारिश, तूफान, आकाशीय बिजली गिरने, लू, नौका दुर्घटना, सीवर की सफाई के दौरान मौत, सर्पदंश, गैस के उत्सर्जन, बोरवेल में गिरने, मानव-पशु संघर्श और कुएं में डूबने से हुई मौतों को इस सूची में शामिल किया गया था। योगी सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य आपदा घटना के मामले में मृतक के परिजनों को चार लाख रुपए का मुआवजा दिया जाता है। यह फैसला सरकार का बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस साल हुए यूपी विधानसभा चुनावों में भी विपक्ष ने राज्य में बीजेपी सरकार पर हमला करने के लिए आवारा मवेशियों की समस्याओं का उल्लेख किया था।
सपा सरकार बनने पर मिलता पांच लाख का मुआवजा
बता दें कि यूपी विधानभा चुनाव प्रचार के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी की सरकार बनने पर सांड की टक्कर में जान गंवाने वाले लोगों के लिए मुआवजा देने की घोषणा की थी। उन्होंने एक रैली के दौरान, अपनी पार्टी की राज्य में सरकार बनाने पर पीड़ित परिवार के लिए पांच लाख रुपए की मुआवजा राशि की घोषणा की थी। वहीं दूसरी ओर आवारा पशुओं की समस्या पर ध्यान देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वादा किया था कि राज्य में नई सरकार बनने के बाद इस समस्या का समाधान किया जाएगा।