सार
यूपी के आगरा में स्वास्थ्य विभाग की जांच में डॉक्टरों द्वारा किराए पर डिग्री दिए जाने का मामला सामने आया है। बता दें कि जांच में 28 डॉक्टर ऐसे हैं जिनके नाम और डिग्री से कई दूसरे अस्पताल चल रहे हैं। इन डॉक्टरों को नोटिस भेजी गई है।
आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई जांच में डॉक्टरों के किराए पर डिग्री देने का मामला संज्ञान में आया है। बताया जा रहा है कि जांच में ऐसे 28 डॉक्टर मिले हैं। इन डॉक्टरों के नाम और डिग्री पर दूसरे अस्पताल चल रहे हैं। वहीं डिग्री के बदले में डॉक्टर एक लाख रुपए महीना किराया ले रहे हैं। बता दें कि शहर में ऐसे 90 अस्पताल और पैथोलॉजी लैब हैं। जो किराए के डॉक्टरों के नाम दर्ज है। वहीं कई डॉक्टरों के नाम पर 2 से लेकर 5 अस्पताल और लैब दर्ज हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने कसा शिकंजा
स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे डॉक्टरों और अस्पताल संचालकों पर शिकंजा कसने के लिए नोटिस जारी किया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, नोटिस का जबाव मिलने के बाद मामले पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की जांच में यह फर्जीवाड़ा सामने आया है। बताया जा रहा है कि अलीगढ़ निवासी डॉ. मनीष कुमार वाषर्णेय के नाम पर 1 अस्पताल और 4 पैथोलॉजी लैब दर्ज हैं। इन्हें भी स्वास्थ्य विभाग ने नोटिस जारी किया है। वहीं डॉक्टर ने जारी की गई नोटिस के जवाब में कहा है कि उनके नाम को गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया है। बता दें कि पैथोलॉजी लैब और अस्पताल संचालकों को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नोटिस दिया है। वहीं आगरा में बड़ी संख्या में अस्पताल है। जिन पर बड़े-बड़े डॉक्टरों के नाम के साथ उनकी डिग्री लिखी रहती है।
नोटिस जारी कर मांगा गया जवाब
बता दें कि ऐसे में डॉक्टर का नाम देखकर मरीज इलाज के लिए आता है। लेकिन डॉक्टर के न मिलने पर मरीज अस्पताल में मौजूद दूसरे लोगों से इलाज कराते हैं। अगर कोई मरीज डॉक्टर के बारे में पूछता है तो उनसे कहा जाता है कि डॉक्टर साहब कहीं बाहर गए हुए हैं। CMO डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि एक अस्पताल एक ही डॉक्टर पूर्णकालिक चिकित्सक के रूप में रह सकता है। हालांकि जांच में सामने आया है कि 28 डॉक्टरों के नाम पर 90 अस्पताल और पैथोलॉजी पर दर्ज हैं। जांच में सामने आया है कि डिग्री झोलाछाप को डॉक्टर अपनी डिग्री हर महीने एक लाख रुपये लेकर किराए पर दे रहे हैं। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। नोटिस का जवाब मिलने के बाद मामले पर एक्शन लिया जाएगा।