सार

यूपी के शाहजहांपुर जिला जेल में बंद यौन उत्पीड़न के आरोपी पूर्व केंद्रीय गृहराज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद का समय जेल में मुश्किल से कट रहा है। शनिवार को उनसे कई नेताओं और उनके कालेज के स्टाफ ने मुलाक़ात की। स्वामी चिन्मयानन्द से मुलाक़ात करने वाले पूर्व विधायक देवेंद्र पाल सिंह ने बताया कि जेल में स्वामी चिन्मयानंद की तबियत ठीक नहीं। उनके आँखों में कुछ समस्या है। 

शाहजहांपुर (Uttar Pradesh). यूपी के शाहजहांपुर जिला जेल में बंद यौन उत्पीड़न के आरोपी पूर्व केंद्रीय गृहराज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद का समय जेल में मुश्किल से कट रहा है। शनिवार को कई बीजेपी नेताओं और उनके कॉलेज के स्टाफ ने जेल में स्वामी से मुलाकात की। पूर्व विधायक देवेंद्र पाल सिंह ने बताया, जेल में चिन्मयानंद की तबियत ठीक नहीं। उनके आंखों में कुछ समस्या है। 

बता दें, शाहजहांपुर में रहने वाली लॉ की एक छात्रा ने पूर्व केंद्रीय गृहराज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानन्द पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। जिसके बाद स्वामी के कुछ कथित अश्लील वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल किये गए थे। मामले में कोर्ट के आदेश पर एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी ने जांच करने के बाद स्वामी चिन्मयानन्द को शुक्रवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। तब से वह शाहजहांपुर जिला कारागार में बंद हैं। 

जेल में स्वामी चिन्मयानन्द की तबियत ठीक नहीं 
पूर्व विधायक देवेंद्र पाल सिंह ने बताया, चिन्मयानंद को देखने में दिक्क्त आ रही है। उनकी तबियत ठीक नहीं। यहां से रेफर कर पीजीआई लखनऊ में इलाज की आवश्यकता है। वहीं, जेल प्रशासन की मानें तो शुक्रवार शाम चिन्मयानंद की तबीयत खराब हो गई थी। जिसके बाद जेल के डॉक्टर ने उसका इलाज किया, तबीयत में सुधार है। हालांकि, अभी भी वो डॉक्टरों की देखरेख में है। 

ये लोग चिन्मयानंद से मिलने पहुंचे जेल
शनिवार से ही चिन्मयानंद से मिलने भाजपा के दो विधायक, वकील और कॉलेज स्टाफ के लोग जेल पहुंचे। ददरौल विधायक मानवेंद्र सिंह और तिलहर के विधायक रोशन लान वर्मा सबसे पहले स्वामी से मिलने पहुंचे। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व एमएलसी कुंवर जयेश प्रसाद ने भी चिन्मयानंद से जेल में मुलाकात की। 

स्वामी की बैरक से दूर रखे गए हैं रंगदारी मांगने के आरोपी 
चिन्मयानंद से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने वाले आरोपियों को स्वामी की बैरक से दूर रखा गया है। शाहजहांपुर जिला जेल में बंद रंगदारी मांगने के आरोपी संजय सिंह, विक्रम सिंह, सचिन सेंगर ने चिन्मयानंद से काफी दूर स्थित बैरक में रखा है। सुरक्षा के मद्देनजर स्वामी की बैरक के पास सिक्योरिटी का पूरा इंतजाम है।