सार

बाल सुधार गृह से भागने का प्रयास करने पर पकड़े गए दो किशोरों को चुतुर्थ क्लास के कर्मचारियों ने तालिबानी सजा दी है। उन्होंने किशोरों को लाठी, डंडों और बेल्ट से बेरहमी से पीटा है। किशोरों का मेडिकल करवाया गया है। 

मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। जिले के राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) में कर्मचारियों द्वारा किशोरों से बर्बरता करने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि फोर्थ क्लास के कर्मचारियों ने किशोरों की बेरहमी से पिटाई कर दी है। जिसके बाद उनका मेडिकल भी करवाया गया है। आरोप है कि कर्मचारियों ने दो किशोरों को खंभों से बांधकर लाठी-डंडे से जमकर पिटाई की है। पिटाई से घायल हुए किशोरों के शरीर पर जख्मों के निशान भी उनके साथ की गई क्रूरता की गवाही दे रहे हैं।

किशोरों को दी खौफनाक सजा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, संप्रेक्षण गृह में बंद दो किशोरों ने वहां से भागने का प्रयास किया था। इस दौरान किशोरों ने संप्रेक्षण गृह की दीवार पर से रोशन दान को भी हटा दिया था। जब तक वह दोनों भागने में सफल होते इससे पहले उन्हें वहां के कर्मचारियों ने पकड़ लिया। इस घटना के दंड स्वरूप किशोरों को खंबे से बांध दिया और जिसके बाद कर्मचारी किशोरों पर कहर बन कर टूट पड़े। इस घटना में संप्रेक्षण गृह के चतुर्थ श्रेणी के तीन कर्मचारियों का नाम सामने आ रहा है।

पीड़ितों का करवाया गया मेडिकल 
पीड़ित किशोर इस घटना के बाद से काफी भयभीत हैं। बताया जा रहा है कि विक्रांति, शेखर और सोनू जोकि संप्रेक्षण गृह के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी उन्होंने किशोरों को तालिबानी सजा दी है। किशोरों ने बताया कि उन्हें डर है कि उन दोनों को मार न दिया जाए। इस पूरी घटना को संप्रेक्षण गृह प्रशासन ने दबाने का भरपूर प्रयास किया। लेकिन शुक्रवार को यह मामला खुल गया। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि दो किशोरों ने संप्रेक्षण गृह से भागने का प्रयास किया था। जिसके बाद कर्मचारियों ने उन्हें पकड़ लिया था। किशोरों का मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद जो भी इस मामले में आरोपी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।

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