सार
बसपा सुप्रमो मायावती ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने रणनीति के तहत निकाय चुनाव समय पर संपन्न नहीं कराने की साजिश रची है। अन्य मुद्दों की जगह सरकार ओबीसी आरक्षण पर ध्यान फोकस करती तो ऐसी स्थिति नहीं आती।
लखनऊ: बसपा प्रमुख मायावती ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। मायावती ने कहा कि भाजपा सांप्रदायिक विवाद पार्टी है। उन्होंने कहा कि यूपी में योगी सरकार के खेल निराले हैं। उन्होंने कहा कि योगी सरकार के मंत्रियों सरकारी धन पर रोड शो का चस्का लग गया है। साथ ही बीजेपी ने सोची-समझी साजिश के चलते निकाय चुनाव को टाल दिया है। मायावती ने कहा कि सरकार ने मदरसा सर्वे और हेट स्पीच जैसे मामलों में समय बर्बाद किया है। यदि सरकार निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण पर ध्यान देती तो ऐसी स्थित ही नहीं बनती। बता दें कि बसपा सुप्रीमो ने यूपी और उत्तराखंड के पदाधिकारियों के अहम बैठक की। इस दौरान उन्होंने मिशन 2024 को लेकर वरिष्ठ पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों से गांव-गांव जाकर काम करने के लिए कहा है।
अच्छे दिन के तरसी देश की जनता- मायावती
मायावती ने रणनीति के साथ काम कर पार्टी का जनाधार बढ़ाए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव को टालने के लिए षड्यंत्र पर उठे राजनीतिक उबाल का फीडबैक लें। साथ ही आगामी लोकसभा आम चुनाव की तैयारियों में कार्यकर्ताओं को नए तरीके से लग जाना चाहिए। मायावती ने कहा कि सरकार की कथनी-करनी में बहुत अंतर है और झूठा प्रचार कर लोगों को काफी निराश कर रही है। व्यापारी वर्ग GST के जंजाल से बेहाल होकर आंदोलन करने को मजबूर हो गए हैं। देश की जनता अच्छे दिनों के लिए तरस गई है। बसपा प्रमुख ने कहा कि अब उन्हें सरकारी वादे और घोषणाएं काफी चुभने लगी हैं। बसपा प्रमुख ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को लेकर सरकार के खर्च करने पर भी हमला बोला है।
कांग्रेस-भाजपा और सपा पर बोला हमला
बसपा प्रमुख ने कहा कि धन्ना सेठों के धन के बल पर विदेश में रोड शो करने का नया शह-खर्चीला चस्का लग गया है। जोकि बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही आऱक्षण विरोधी पार्टिय़ां है। दोनों पार्टिय़ों ने मिलकर पहले SC-ST वर्ग के उत्थान के लिए उनके आरक्षण के संवैधानिक अधिकार को निष्प्रभावी और निष्क्रिय बना दिया। अब वही क्रम सरकार OBC वर्ग के आरक्षण के साथ दोहरा रही है। सरकारी विभागों में जातिवादी नीति के कारण आरक्षण के हजारों पद वर्षों से खाली पड़े हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में सपा की नियत भी साफ नहीं है। बता दें कि मायावती BJP की राज्य और केंद्र सरकार पर निशाना साधने से बचने लगीं। हालांकि मायावती ने जब भी भाजपा पर निशाना साधा है तो उन्होंने सपा पर भी जमकर हमला बोला है।
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