सार
फिरोजाबाद के एक गांव का निवासी लुटेरी दुल्हन गैंग के सक्रिय सदस्य है। उसने अपने ही बेटे के अपहरण का ड्रामा रच डाला। उसके बाद पुलिस को उसके गायब होने की रिपोर्ट दर्ज करा दी और खुद फरार हो गया। नाबालिग बेटे को उस घर में छोड़ आया, जहां उसने फर्जी शादी कराई थी।
फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के जिले फिरोजाबाद के टूंडला में एक पिता ने अपने बेटे को लेकर ही इतना बड़ा ड्रामा रच डाला। कोई अपने ही बच्चे का अपहरण कराकर कहीं और कैसे छोड़ सकता है। लेकिन शहर के टूंडला में रुपए लेकर फर्जी शादी कराने वाले नगला सिंघी निवासी व्यक्ति ने अपने ही बेटे के अपहरण का ड्राम रच डाला। जिसके बाद पुलिस ने भरतपुर जो राजस्थान का गांव है वहां पर बेटे को पकड़कर पूरे प्रकरण का खुलासा कर दिया। लेकिन अपहरण का ड्रामा रचने वाला पिता फरार है।
लुटेरी दुल्हनों के गैंग का सक्रिय सदस्य
अपने ही बेटे का अपहरण का ड्रामा रचने वाला पिता फरार है लेकिन पुलिस उसकी तलाश कर रही है। दिलचस्प बात यह है कि लुटेरी दुल्हनों के गैंग का सदस्य है। शहर के थाना नगला सिंघी पुलिस के मुताबिक गांव ठारवर निवासी जोगेंद्र सिंह रुपए लेकर फर्जी शादी कराने वाले गैंग का सबसे सक्रिय सदस्यों में से एक है। वह अपने साथियों के साथ मिलकर वर पक्ष से लाखों रुपए ऐंठकर शादी कराता है। फर्जी शादी कराने के लिए लुटेरी दुल्हनों के गैंग में कई पुरुष और महिलाएं शामिल हैं। वे हर जगह अपना नाम व पता बदलकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं।
चार महीने में बने दो परिवार शिकार
फर्जी शादी कराने के बाद दुल्हन आभूषण और नकदी समेटकर फरार हो जाती है। ठारवर निवासी जोगेंद्र सिंह, उसके साथी और लुटेरी दुल्हनों के खिलाफ राजस्थान के अलग-अलग जिलों में कई मुकदमे दर्ज है। पिछले चार महीने में उसने दो परिवारों के तीन सदस्यों को अपना शिकार बनाया है। जानकारी के मुताबिक जोगेंद्र सिहं ने एक हफ्ते पहले ही तीन लाख रुपए लेकर एक युवती की शादी गांव बिलौटी थाना चिकसाना राजस्थान निवासी रनवीर सिंह के साथ करा दी।
बेटे को ही छोड़कर चला गया पिता
जिससे शादी कराई यानी रनवीर सिंह ने एक दिन अखबार में छपी खबर में लुटेरी दुल्हन की फोटो देखकर रनवीर पूरा खेल समझ गया। जिसके बाद क्या था उसने पत्नी पर कड़ी नजर रखते हुए बिचौलिया जोगेंद्र सिंह को बहाने से गांव में बुलाया। फिर उससे शादी कराने के दिए तीन लाख रुपए वापस करने की मांग की तो जोगेंद्र ने अपने 17 साल के बेटे योगेश को 10 मई को गांव बिलौटी बुलाया और रुपए का इंतजाम करने के बहाने बेटे को ही वहां छोड़कर चला गया।
राजस्थान पुलिस कर रही जोगेंद्र की तलाश
उसके बाद जोगेंद्र ने अपने गांव में लौटकर 14 मई को थाना नगला सिंघी पुलिस को बेटे योगेश के अपहरण की झूठी सूचना दे दी। रविवार रात नगला सिंघी पुलिस गांव बिलौटी से योगेश को बरामद कर अपने साथ ले आई और उसके चाचा को सुपुर्द कर दिया। वहीं थाना प्रभारी नगला सिंघी सचिन कुमार ने बताया कि लुटेरी दुल्हनों के गैंग में शामिल जोगेंद्र ने पुलिस को बेटे के अपहरण की फर्जी सूचना दी थी। इसके बाद वह फरार है। बरामद हुए उसके बेटे योगेश को परिजनों को सौंप दिया गया है। उसके खिलाफ यहां कोई मामला नहीं है लेकिन उसकी तलाश राजस्थान पुलिस कर रही है।
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