सार

सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 11 समितियों का गठन किया है। इन समितियों में अलग-अलग विभाग के प्रमुख सचिव और अन्य अधिकारी शामिल है।  इन्हें लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सामान को पहुंचाने और सुविधाए प्रदान करवाने के साथ-साथ मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। समिति हर 3 दिन पर सीएम योगी को रिपोर्ट देगी।

लखनऊ(Uttar Pradesh ). देश में इस समय कोरोना संकट चल रहा है। इस महामारी के संक्रमण से बचने के लिए पूरा देश लॉकडाउन किया गया है। यूपी की योगी सरकार ने भी कोरोना से बचाव के लिए तमाम ठोस कदम उठाए हैं। अब कोरोना से जंग के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-11 तैयारी की है। अब सीएम योगी की टीम-11 लॉकडाउन को सफल तो बनाएगी ही साथ ही इसका भी ध्यान रखेगी कि किसी को कोई समस्या न हो। वहीं योगी सरकार के मंत्री ने लोगों को त्वरित मदद पहुंचाने के लिए अपने घर में ही कंट्रोल रूम बना दिया है। 

गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में 11 समितियों का गठन किया है। इन समितियों में अलग-अलग विभाग के प्रमुख सचिव और अन्य अधिकारी शामिल है।  इन्हें लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सामान को पहुंचाने और सुविधाए प्रदान करवाने के साथ-साथ मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। समिति हर 3 दिन पर सीएम योगी को रिपोर्ट देगी। 

मंत्री ने घर पर बना दिया कंट्रोल रूम 
योगी सरकार में विधि एवं न्याय मंत्री बृजेश पाठक ने अपने लखनऊ स्थित आवास पर ही कंट्रोल रूम स्थापित किया है। उन्होंने बाकायदा अपना नंबर जारी किया है। इसे नंबर पर कोई भी जरूरतमंद फोन कर मदद मांग सकता है। लॉकडाउन के दौरान योगी के मंत्री के इस कदम की लोग सराहना कर रहे हैं। मंत्री बृजेश पाठक का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान किसी भी मदद या इससे सम्बंधित शिकायत के लिए यह कंट्रोल रूम बनाया गया है। इससे लोगों को मदद मुहैया कराने में सुविधा होगी। उन्होंने बताया कि जानकारी मिलने पर हम किसी जरूरतमंद को भोजन,दवा या फिर रुकने की व्यवस्था करा सकेंगे। 

इस मुहिम में लोगों ने किया समर्थन 
मंत्री बृजेश पाठक की इस मुहिम में व्यापारी व समाजसेवी संगठन भी जुड़ने लगे हैं। उन्होंने बृजेश पाठक से बात कर जरूरतमंदों को खाने-पीने के पैकेट और पैसों से मदद करने की पेशकश की। उनके कंट्रोल रूम शुरू करते ही लोगों के फोन आने शुरू हो गए हैं। उनकी मदद की जा रही है आवश्यकता पड़ने पर सरकारी विभागों की मदद भी ली जा रही है।