सार

अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी की 12 सदस्यीय टीम अपनी पार्टी के जिस विधायक के पेट्रोल पंप पर बुलडोजर चलाने की जांच के लिए बरेली भेजी, वही विधायक टीम से नहीं मिले। इससे ऐसा माना जाने लगा है कि बरेली के सपा विधायक कहीं अपनी ही पार्टी के रुख से असंतुष्ट होकर मोहम्मद आजम खां की राह पर तो नहीं चल पड़े हैं?  

राजीव शर्मा
बरेली:
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले की भोजीपुरा सीट से सपा के विधायक शहजिल इस्लाम के पेट्रोल पंप का ध्वस्तीकरण किए जाने की जांच के लिए अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी का 12 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल मंगलवार को बरेली भेजा। इस प्रतिनिधि मंडल ने विधायक शहजिल से यहां मुलाकात करने की कोशिश की लेकिन वह सपा मुखिया की भेजी टीम से नहीं मिले। टीम के सदस्य उनके घर भी गए लेकिन मुलाकात नहीं हुई। हालांकि इस बाबत अभी तक सपा विधायक शहजिल का कोई बयान सामने नहीं आया है लेकिन यह सवाल उठने लगे हैं कि अपना पेट्रोल पंप ध्वस्त किए जाने के 20 दिन बाद सपा की ओर से संज्ञान लिए जाने से कहीं वह असंतुष्ट तो नहीं हैं? यह सवाल इसलिए भी उठाया जा रहा है, क्योंकि पिछले दिनों सीतापुर जेल में बंद पूर्व मंत्री आजम खां ने सपा के प्रतिनिधि मंडल से मिलने से इन्कार कर दिया था और कुछ सपा के मुस्लिम नेता अपनी ही पार्टी पर सवाल उठाते बयान दे चुके हैं।  

लाठर बोले- बाहर होने की वजह से नहीं मिले शहजिल
बरेली पहुंची सपा की टीम की अगुवाई कर रहे उत्तर प्रदेश विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष संजय लाठर ने शहजिल इस्लाम से मुलाकात न होने पर दी अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि वह बाहर होने की वजह से नहीं मिल सके लेकिन वह इस सवाल पर चुप्पी साध गए कि क्या विधायक को टीम के बरेली आने की जानकारी पहले नहीं दी गई थी? अलबत्ता, सपा एमएलसी लाठर ने कहा कि शहजिल से फोन पर बात हो गई थी।

कहा- अनाधिकृत तौर पर किया ध्वस्तीकरण, विस में उठेगा मामला
सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत में विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष संजय लाठर ने बताया कि हमारी टीम ने जांच में पाया है कि विधायक शहजिल इस्लाम के पेट्रोल पंप को बिना पूर्व नोटिस के बरेली विकास प्राधिकरण ने अनाधिकृत तौर पर ध्वस्त किया। उसे सील भी कराया जा सकता था लेकिन विपक्ष के विधायक होने की वजह से जानबूझकर पेट्रोल पंप को ढहाया गया। बोले- डीएम और एसएसपी से बात कर इस पर आपत्ति जताई है। लाठर ने कहा कि विधायक का पेट्रोल पंप ध्वस्त किए जाने का मामला समाजवादी पार्टी विधान सभा और विधान परिषद दोनों ही सदन में पुरजोर ढंग से उठाएगी। विपक्ष की आवाज को यह दबाने की सरकार की कोशिश है, जो लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है।

लेकिन शहजिल के विवादस्पद बयान पर चुप्पी साधी
सपा विधायक शहजिल इस्लाम ने दो अप्रैल को पार्टी के जिला उपाध्यक्ष संजीव सक्सेना की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर विपक्ष की आवाज दबाए जाने का मामला उठाते हुए विवादास्पद टिप्पणी की थी।  कहा था कि हमारी बंदूक से धुआं नहीं, गोली निकलेगी...। इस बयान पर उनके खिलाफ बरेली के बारादरी थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। इस मामले में शहजिल इस्लाम को अपनी गिरफ़तारी का भी डर सता रहा है। इसके लिए उन्होंने पिछले दिनों बरेली कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। माना जा रहा है कि अब अग्रिम जमानत के लिए शहजिल इस्लाम हाईकोर्ट जा सकते हैं। मुख्यमंत्री को लेकर शहजिल इस्लाम के आपत्तिजनक बयान पर सपा जांच टीम में आए विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष संजय राठर ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इससे जुड़े मीडिया कर्मियों के सवाल को वह टाल गए।

बता दें कि बरेली विकास प्राधिकरण यानी बीडीए ने सपा विधायक शहजिल इस्लाम के बरेली में दिल्ली हाईवे पर मथुरापुर में स्थित पेट्रोल पंप को निर्माण के लिए उसका नक्शा पास न कराए जाने की बात कहकर ध्वस्तीकरण किया था। प्राधिकरण के अफसरों का कहना था कि पेट्रोल पंप के लिए एनओसी की शर्तों में नक्शा पास कराया जाना था लेकिन नहीं कराया गया।

अखिलेश को सौंपी जाएगी जांच रिपोर्ट
शहजिल इस्लाम का पेट्रोल पंप को ध्वस्त किए जाने के मामले की जांच के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओ से भेजी गई सपा की इस 12 सदस्यीय टीम में उत्तर प्रदेश विधान परिषद में पार्टी के नेता प्रतिपक्ष संजय लाठर, पूर्व मंत्री ओंकार सिंह यादव, कमाल अख्तर, भगवत सरन गंगवार, पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव, प्रवीण सिंह ऐरन, पूर्व मेयर डॉ. आईएस तोमर, पूर्व विधायक विजय पाल सिंह और सुल्तान बेग के अलावा, पार्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष तथा एमएलसी डॉ. राजपाल कश्यप के अलावा बरेली से सपा के जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष भी शामिल रहे। टीम अपनी जांच रिपोर्ट सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को भी सौंपेगी।

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