सार
आरपीएफ एसआई सुधीर कुमार महिलाकर्मियों की मदद से उसे थाने लेकर आ गए। थाने पर उसने बताया कि ‘साहब, इस गरीबी में दो बेटियों को पाल पाना मुश्किल था, इसलिए छोटी बेटी के साथ आत्महत्या करने स्टेशन आई थी। पर, जब सुसाइड न कर सकी तो बेटी को कूड़ेदान में छोड़कर जाना ही मुनासिब समझा’।
प्रयागराज (Uttar Pradesh)। गरीबी की दंश झेल रही एक मां आत्महत्या करने इलाहाबाद जंक्शन पहुंची। सुसाइड करने का साहस न जुटा पाने पर उसने अपने दिल को पत्थर बना लिया। अपनी 15 दिन की बच्ची को जंक्शन के सामने एक होटल के पास कूड़ेदान में छोड़ दिया और वहां से जाने लगी, लेकिन आरपीएफ की नजर महिला की करतूत पर पड़ी और वह पकड़ी गई।
थाने में सुनाई ये दर्दभरी कहानी
जंक्शन के सिविल लाइंस साइड में होटल पोलो मैक्स के पास कूड़ादान है। एक महिला बच्ची को लेकर आई और कूड़ेदान में छोड़कर जाने लगी। इस बीच वहां मौजूद आरपीएफ के सिपाहियों ने महिला को बच्ची छोड़ते हुए देख लिया और पकड़ लिया। आरपीएफ एसआई सुधीर कुमार महिलाकर्मियों की मदद से उसे थाने लेकर आ गए। थाने पर उसने बताया कि ‘साहब, इस गरीबी में दो बेटियों को पाल पाना मुश्किल था, इसलिए छोटी बेटी के साथ आत्महत्या करने स्टेशन आई थी। पर, जब सुसाइड न कर सकी तो बेटी को कूड़ेदान में छोड़कर जाना ही मुनासिब समझा’।
महिला की मां ने कही ये बातें
नाम पता पूछने पर महिला ने खुद को शाहगंज का निवासी बताया। इस बीच सूचना पाकर महिला के परिजन भी आ गए। वहीं, सूचना पर पहुंची महिला की मां ने बताया कि उसकी बेटी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उसका इलाज भी चल रहा है। इसी वजह से उसने बच्ची को कूड़े के ढेर में छोड़ा। जीआरपी की मौजूदगी में लिखापढ़ी के बाद बच्ची महिला को सौंप दी गई।
(प्रतीकात्मक फोटो)