सार

यूपी के आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज से फरार एक आरोपी बंदी मनोज को रविवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वो अपनी पत्नी के लिए फरार हुआ था, लेकिन वो नहीं मिली। बता दें, शख्स पर डेढ़ महीने की बेटी की पटक पटक कर जान से मारने का आरोप है।

आगरा (Uttar Pradesh). यूपी के आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज से फरार एक आरोपी बंदी मनोज को रविवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वो अपनी पत्नी के लिए फरार हुआ था, लेकिन वो नहीं मिली। बता दें, शख्स पर डेढ़ महीने की बेटी की पटक पटक कर जान से मारने का आरोप है। 

क्या है पूरा मामला
मुड़ियापुरा के रहने वाले मनोज को 26 अक्टूबर 2019 को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उस पर डेढ़ महीने की बेटी अंशू की हत्या का आरोप है। हाल ही में तबीयत ठीक नहीं होने की वजह से उसे एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जिसकी देखरेख में 2 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी। लेकिन वो अस्पताल से फरार हो गया, लेकिन उसे भरतपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। 

तो इस वजह से भाग निकला था बंदी
मनोज ने कहा, जेल जाने के बाद पत्नी माया मुलाकात करने नहीं आई। मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराने के बाद बाद भी वो मुझसे मिलने नहीं आई। तब मैंने खुद जाकर उससे मिलने का प्लान बनाया। पुलिसकर्मियों ने खाना खाने के लिए मेरी रस्सी खोली थी। वो बातचीत करने में मशगूल थे। मौका पाकर मैं वहां से भाग निकला। सबसे पहले मैं अपने घर अछनेरा गया। लेकिन घर पर कोई नहीं था। पत्नी माया कहीं नजर नहीं आई। वापस रेलवे स्टेशन गया और वहीं रात गुजारी। अगले दिन भरतपुर आ गया। मैंने सोचा पत्नी मामा के घर होगी, लेकिन वो वहां भी नहीं मिली। इसके बाद मथुरा गया फिर भरतपुर आ गया। यहां स्टेशन पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। 

मासूम की मौत के बाद चुपचाप दफन कर दिया था शव
जानकारी के मुताबिक, मनोज ने पहली पत्नी की मौत के बाद मार्च 2019 में बिहार की रहने वाली माया से दूसरी शादी की। माया के भी पहले पति की मौत हो गई थी। उसके डेढ़ महीने की बेटी अंशू थी। माया बच्ची को अपने साथ लेकर आई थी। वो मनोज से ज्यादा बेटी पर ध्यान देती थी। ये बात मनोज को बुरी लगती थी। आरोप है कि अंशू के रोने पर मनोज ने उसे जमीन पर पटक दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। जिसके बाद परिजनों ने गुपचुप शमशान घाट ले जाकर बच्ची के शव को जमीन में गाढ़ दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मनोज, उसके पिता और मां सहित तीन रिश्तेदारों को गिरफ्तार किया था।