सार
एक शख्स ने ने एक नहीं दो युवतियों का मर्डर तीन साल के अंदर किया। बड़ी बात तो ये जिन युवतियों का उसने मर्डर किया वो कोई और नहीं बल्कि उसकी प्रेमिकाएं ही थी, जिनसे वो शादी करना चाहता था, मगर वो तैयार नहीं थी।
हाथरस (Uttar Pradesh) रेस्टोरेंट में छात्रा की हत्या के मामले में नामजद आरोपी विजेंद्र उर्फ विजय ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इस दौरान उसके कारनामों की कुंडली पुलिस के समझ में आई, क्योंकि उसने एक नहीं दो युवतियों का मर्डर तीन साल के अंदर किया। बड़ी बात तो ये जिन युवतियों का उसने मर्डर किया वो कोई और नहीं बल्कि उसकी प्रेमिकाएं ही थी, जिनसे वो शादी करना चाहता था, मगर वो तैयार नहीं थी।
शादी से इनकार करने पर की थी पहले प्रेमिका की हत्या
इगलास कोतवाली क्षेत्र के रायतपुर विजेंद्र उर्फ विजय पहले बसेली गांव निवासी लता से प्रेम करता था। विजेंद्र गांव बसेली में अधियां पर लिए एक खेत में मजदूरी करता था। वहां उसके लता से प्रेम संबंध हो गए। वह शादी के लिए दबाव बनाने लगा। जब युवती ने इसका विरोध किया तो अपने दोस्त हीरालाल पुत्र अशोक निवासी रायतपुर की मदद से 8 नवंबर 2016 को सुतली से गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव जंगल में फेंक दिया था।
जांच में बात आई थी सामने
जंगल में 8 नवंबर 2016 को लता पुत्री स्व. हरिओम का सुतली से गला घोंटकर हत्या के बाद शव जंगल में फेंका गया था। इस मामले में लता की मां मुनेशा ने हरेंद्र व जयप्रकाश निवासी पेटखेड़ा आगरा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जांच में पता चला कि मजदगी षड्यंत्र के तहत गलत कराई गई थी। विजेंद्र और हीरालाल ने ही लता की हत्या की थी।
ये है दूसरी लव स्टोरी
भूरापीर गली नंबर चार निवासी मनोज की शादी इगलास कोतवाली क्षेत्र के रायतपुर में हुई थी। उनका साला विजेंद्र ऊर्फ विजय घर आता जाता था। इसी दौरान मनोज के भाई रामदास भारती की बड़ी बेटी खुशबू (20) से उसे प्यार हो गया। वो शुखबू ने शादी करना चाहता था, लेकिन वह अभी नहीं थी। इससे आजिज आकर विजेंद्र ने उसकी हत्या करने की योजना बना डाली।
पांच दिन पहले की दूसरी प्रेमिका की हत्या
पांच दिन पहले स्पाइसी रेस्टारेंट के हॉल में भूरापीर गली नंबर चार निवासी रामदास भारती की बड़ी बेटी खुशबू भारती (20) का शव बरामद हुआ था। उसकी गला घोंटकर हत्या की गई थी। पिता की तहरीर पर उनके छोटे भाई मनोज के साले विजेंद्र ऊर्फ विजय निवासी रायतपुर थाना इगलास के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी गला दबाए जाने की पुष्टि हुई है। तीन दिन से पुलिस दबिश दे रही थी, लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आया। शुक्रवार को उसने तीन साल पुराने प्रेमिका के हत्या के मामले में कोर्ट में सरेंडर कर दिया।