सार
यूपी के नोएडा में 11 दिन पहले 6 जनवरी को हुई मैनेजर गौरव की हत्या केस में पुलिस को एक बड़ा सुराग हाथ लगा है। बीते मंगलवार को गाजियाबाद से बरामद हुई मृतक की कार की फॉरेंसिक जांच में पता चला है कि गौरव को कार से बाहर गोली मारी गई थी। कार के अंदर खून के निशान नहीं मिले। एक खोखा जरूर मिला है। वारदात में 32 बोर की गोली का इस्तेमाल किया गया। पुलिस को वारदात में मिर्ची गैंग पर शक है।
नोएडा (Uttar Pradesh). यूपी के नोएडा में 11 दिन पहले 6 जनवरी को हुई मैनेजर गौरव की हत्या केस में पुलिस को एक बड़ा सुराग हाथ लगा है। बीते मंगलवार को गाजियाबाद से बरामद हुई मृतक की कार की फॉरेंसिक जांच में पता चला है कि गौरव को कार से बाहर गोली मारी गई थी। कार के अंदर खून के निशान नहीं मिले। एक खोखा जरूर मिला है। वारदात में 32 बोर की गोली का इस्तेमाल किया गया। पुलिस को वारदात में मिर्ची गैंग पर शक है।
पुलिस ने खंगाले 100 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज
हत्याकांड की जांच में पुलिस ने करीब 100 सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं। नोएडा, गाजियाबाद से लेकर आसपास के कई गिरोह चिन्हित किए गए हैं। लेकिन पुलिस को सबसे ज्यादा मिर्ची गैंग पर शक है। डासना, मसूरी में कई जगह दबिश दी जा रही है। गाड़ी के अलावा पुलिस ने गौरव का मोबाइल भी बरामद कर लिया है। हत्यारों ने गौरव का मोबाइल घटनास्थल के आसपास फेंक दिया था। जिसके बाद वहां से गुजर रहे एक राहगीर ने उसे उठा लिया। एसटीएफ ने मोबाइल ट्रैस कर उस व्यक्ति को गिरफ्तार करने के साथ ही मोबाइल फोन बरामद कर लिया।
क्या है पूरा मामला
गौरव चंदेल की फैमिली गौर सिटी के आई ब्लॉक में रहती है। जानकारी के मुताबिक, 6 जनवरी की रात गुरुग्राम ऑफिस से वे अपनी गाड़ी से गौर सिटी के लिए निकले। पृथला चौक के पास उन्होंने पत्नी से बात की और कहा कि 5 मिनट में घर पहुंच रहा हूं। काफी देर बाद भी जब वे घार नहीं पहुंचे तो पत्नी ने दोबारा से फोन किया, लेकिन फोन नहीं उठा। इसके बाद उनकी तलाश शुरू हुई। कहीं कुछ पता नहीं चलने पर परिजनों ने बिसरख थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई।
4 साल पहले फैमिली के साथ नोएडा शिफ्ट हुए थे गौरव
परिजनों के मुताबिक, रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भी उन्होंने खोजबीन जारी रखी। इस बीच गौरव का शव पृथला चौक और हिंडन पुल के बीच मिला। उनकी गाड़ी वहां नहीं थी। मोबाइल और लैपटॉप बैग भी गायब था। 102 नंबर पर कॉल करने के बाद पीसीआर पहुंची। हॉस्पिटल ले जाने पर डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बता दें, गौरव गुरुग्राम की तीन एम इंडिया लिमिटेड में रीजनल मैनेजर थे। मूल रूप से कानपुर के रहने वाले गौरव चार साल पहले नोएडा शिफ्ट हुए थे।