सार
मस्जिद के सामने आपत्तिजनक वस्तुएं फेंकने वाले तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया हैं। इन सभी पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। आरोपियों ने 26 व 27 अप्रैल को दंगा फैलान की कोशिश की थी।
अयोध्या: उत्तर प्रदेश की राम नगरी में बीते दिनों शहर में मस्जिदों के सामने आपत्तिजनक वस्तुएं फेंककर दंगा फैलाने की कोशिश की गई थी। अप्रैल के बीते 26 व 27 अप्रैल को दंगा फैलाने की कोशिश करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पकड़े गए तीनों आरोपियों पर 50-50 हजार का ईनाम घोषित किया गया था। इतना ही नहीं मामले को शीघ्रता से अनावरण करने के लिए शासन द्वारा घोषित किए गए एक लाख रुपए के ईनामी राशि को भी आईजी व एसएसपी ने पुलिस टीम को वितरित किया।
धार्मिक पुस्तक की प्रतियां डालकर दंगा फैलाने की कोशिश
मस्जिद के सामने दंगा फैलाने की कोशिश करने वाले मामले में खुलासा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय व महानिरीक्षक कवींद्र प्रताप सिंह ने बताया कि बीते 26 व 27 अप्रैल की रात में शहर के कश्मीरी मोहल्ला, टाटशाह मस्जिद, घोसियाना रामनगर मस्जिद, ईदगाह सिविल लाइन एवं गुलाबशाह दरगाह जेल के पीछे आपत्तिजनक वस्तु, पोस्टर व धार्मिक पुस्तक की प्रतियां डालकर दंगा फैलाने की कोशिश की गई थी।
तीनों आरोपियों पर 50-50 हजार का इनाम था घोषित
इस मामले में पुलिस ने 24 घंटे में ही घटना का खुलासा करते हुए शामिल आठ लोगों को हिरासत में ले लिया था। जबकि तीन आरोपी फरार चल रहे थे, उनमें से सुशील कुमार यादव निवासी तोपपुर सहादतगंज, शरदचंद्र मिश्रा उर्फ बाबू मिश्रा निवासी अंगूरीबाग व अनिल कुमार चौहान उर्फ पप्पू निवासी कुम्हार मंडी, सहादतगंज फरार चल रहे थे। तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई थी और पुलिस महानिरीक्षक की ओर से सभी पर 50-50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि फरार चले रहे आरोपियों को मुखबिर की सूचना पर बुधवार की सुबह 10:40 बजे देवकाली बाईपास के पास से गिरफ्तार किया गया है।
सभी पुलिसकर्मियों को किया गया था पुरस्कृत
इस मामले में पुलिस द्वारा शीघ्रता से घटना का अनावरण करने व शांति व्यवस्था रखने के लिए अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने पुलिस टीम को एक एक लाख रुपए के नकद पुरस्कार की घोषणा भी की थी। बुधवार को ही पुलिस लाइंस सभागार में पुलिस टीम को आईजी कवींद्र प्रताप सिंह व एसएसपी शैलेश पांडेय ने पुरस्कार प्रदान किया था। वहीं एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि मामले का खुलासा करने के लिए 25 लोगों की अलग-2 टीम लगाई गई थी। सभी लोगों को पुरस्कृत किया गया है।
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