सार
टैक्स चोरी के आरोप में सीजीएसटी एक्ट की धारा 69 के तहत गिरफ्तार किया गया है। पीयूष जैन के कानपुर वाले घर से 177 करोड़ रुपए और कन्नौज स्थित घर से 107 करोड़ रुपए मिले थे। शनिवार देर रात उनके घर में एक तहखाना मिला था। इसमें 250 किलो चांदी और 25 किलो सोने की सिल्लियां रखी थी।
कानपुर: कन्नौज के इत्र व्यपारी पीयूष जैन (Piyush Jain Raid) के ठिकानों पर करीब 100 घंटों से ज्यादा समय से छापेमारी जारी है। डीजीसीआई (DGCI) की टीम ने रविवार देर रात जैन को गिरफ्तार कर लिया। ऐसे में सबके मन में सवाल है कि यह रेड आखिर कब तक चलती रहेगी। काली कमाई के इस ‘धनकुबेर’ की संपत्ति की हिसाब-किताब लगाने में टीम को और कितना समय लगेगा। जांच टीम से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, पीयूष जैन की काली कमाई का कच्चा चिट्ठा फिलहाल खुल ही रहा है। कई नई जानकारियां भी सामने आ रही हैं, इसलिए यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता कि यह रेड और कितनी देर चलेगी।
बिस्तर, दीवार, सीढ़ियों के अंदर तक नोटों की गड्डियां
उत्तरप्रदेश के कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain) को कानपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें घर से 284 करोड़ रुपए और सोने-चांदी की सिल्लियां बरामद होने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। रविवार देर शाम जीएसटी इंटेलिजेंस (GST Intelligence) की टीम ने पीयूष जैन को गिरफ्तार किया। उन्हें टैक्स चोरी के आरोप में सीजीएसटी एक्ट की धारा 69 के तहत गिरफ्तार किया गया है। पीयूष जैन के कानपुर वाले घर से 177 करोड़ रुपए और कन्नौज स्थित घर से 107 करोड़ रुपए मिले थे। शनिवार देर रात उनके घर में एक तहखाना मिला था। इसमें 250 किलो चांदी और 25 किलो सोने की सिल्लियां रखी थी। बरामद किए गए चांदी की कीमत करीब 1।75 करोड़ रुपए और सोने की कीमत करीब 12।5 करोड़ रुपए बताई जा रही है। रविवार को उनके घर से 10 करोड़ और बरामद हुए। इसके साथ ही करोड़ों का चंदन तेल और परफ्यूम भी जब्त किया गया। इस छापे में अब तक 257 करोड़ कैश, 250 किलो चांदी और 25 किलो सोना मिला है। वहीं 50 बीघा कृषि भूमि मिलने की बात भी सामने आ रही है। आपको बता दें कि पीयूष जैन ने अपने बिस्तर के नीचे, दीवारों और सीढ़ियों के अंदर तक नोटों की गड्डियां छुपा रखी थी. ऐसे में दीवारों तथा संदूक आदि को तोड़ने के लिए 10 मजदूर तक काम पर लगाने पड़े.
करीब 400 करोड़ की संपत्तियों का मालिक है पियूष
बेहद कम समय में हवाला रैकेट के जरिये धनकुबेर बने इत्र कारोबारी पीयूष जैन और उसके परिजनों के नाम देश के चार राज्यों में संपत्तियां हैं। कानपुर, कन्नौज समेत कानपुर देहात, आगरा, प्रयागराज, नोएडा के अलावा दिल्ली, मुंबई और गुजरात में करीब 400 करोड़ की संपत्तियां हैं। काली कमाई खपाने के लिए उसने दुबई में भी संपत्तियां खरीदी हैं। इधर, करोड़ों की नकदी मिलने के बाद डीजीजीआई की टीम ने नए बिंदुओं पर जांच आगे बढ़ाई है। नोट बंदी के दौरान उसने कितने नोट बदलवाए, इसे भी जांच में शामिल किया गया है। इसके अलावा पांच वर्षों का बैंक स्टटमेंट निकालकर खातों से किए गए लेनदेन की जांच शुरू की गई है। विभागीय सूत्रों ने बताया कि पीयूष जैन ट्रांसपोर्टर प्रवीण जैन की मदद से कुछ लोगों के साथ मिलकर लंबे समय से हवाला का काम कर रहा था।
हवाला कारोबार की भी जांच शुरू
आपको बता दें कि इतनी बड़ी रकम मिलने के बाद हवाला कारोबार की दिशा में भी जांच शुरू कर दी गई है। जानकारी के अनुसार पीयूष जैन कानपुर, मुंबई, दिल्ली के अन्य कारोबारियों के साथ मिलकर लंबे समय से हवाला कारोबार में शामिल है। रिश्तेदार और ट्रांसपोर्टर प्रवीण जैन के जरिये रकम इधर से उधर भेजते थे। इसके लिए कमीशन भी सेट था। कमीशन कैश में दिया जाता था। इसके चलते ही बेहद कम समय में बेशुमार दौलत जमा हो गई। डीजीजीआई की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आयकर विभाग, ईडी, ईओडब्ल्यू या अन्य जांच एजेंसी भी जांच शुरू कर सकती हैं।
गुरुवार को छापेमारी के लिए पहुंची थी टीम
कन्नौज में पीयूष जैन की इत्र की फैक्टरी, कोल्डस्टोरेज और पेट्रोल पंप है। इत्र कंपनी का हेड ऑफिस मुंबई में है और वहां एक घर भी है। गुरुवार सुबह मुंबई की एक टीम कानपुर के अधिकारियों के साथ आनंदपुरी स्थित घर पहुंची। टीम अपने साथ नोट गिनने वाली चार मशीनें लाई थी। परिवार के लोगों से घर में बंद कर पूछताछ की। अधिकारियों ने बताया कि कन्नौज स्थित फैक्टरी से इत्र मुंबई जाता है।
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