सार
यूपी के कानपुर से गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी डॉ. रिजवान का पाकिस्तानी कनेक्शन निकला है। साथ ही पुलिस को शक है कि वह पाकिस्तानी जासूस है। वहीं सपा विधायक इरफान सोलंकी से रिजवान के कनेक्शन की पुलिस जांच कर रही है।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी डॉ. रिजवान और उसके परिवार का पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है। पुलिस को डॉ. रिजवान के फर्जी पासपोर्ट पर 3 बार पाकिस्तान जाने के साक्ष्य मिले हैं। जिससे वह कराची और पेशावर गया था। इसके अलवा लैपटॉप में भारत-पाकिस्तान से जुड़े संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि रिजवान के पाकिस्तानी जासूस होने का शक है। वहीं डॉ. रिजवान से जुड़े इनपुट ATS, NIA और मिलिट्री इंटेलिजेंस समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों को दिए गए हैं। जिसके बाद सुरक्षा एजेंसिंयों ने मामले की जांच शुरूकर दी है। बता दें कि रिजवान अपने परिवार के साथ शहर के पॉश इलाके आर्य नगर के इंपीरियल रेजीडेंसी में रहता था।
फर्जी दस्तावेज पुलिस ने किये बरामद
पुलिस जांच में सामने आया कि रिजवान की पत्नी हिना, नाबालिग बेटा और बेटी रुखसार भी उनके साथ रहते हैं। इन सभी सदस्यों के पास फर्जी डॉक्यूमेंट्स हैं। डॉ. रिजवान साल 2016 से जाली दस्तावेज बनवाकर भारत में रह रहा था। वहीं उसके ससुर और पत्नी हिना के पास भारतीय नागरिकता है। लेकिन इन सभी ने जाली दस्तावेजों से पहले बांग्लादेश से पासपोर्ट बनवाया है। फिर उसके बाद ससुर खालिद ने अपने पते पर दामाद रिजवान, बेटी हिना और नाती के लिए आधार कार्ड, पासपोर्ट समेत अन्य फर्जी दस्तावेज बनवाया। पुलिस ने बताया कि इन सभी के पास कानपुर और बांग्लादेश के पहचान पत्र और पासपोर्ट मिले हैं। इस दौरान रिजवान 3 बार पाकिस्तान गया। साथ ही उसने चोरी-छिपे परिवार के साथ बांग्लादेश और भारत में कई बार यात्रा की।
पुलिस कर रही मामले की जांच
इतना ही नहीं रिजवान फर्जी पासपोर्ट के जरिए थाइलैंड और नेपाल भी गया था। वहीं सपा विधायक सोलंकी औऱ बांग्लादेशी डॉ. रिजवान के बीच कैसे रिश्ते थे? सपा विधायक तक रिजवान कैसे पहुंचा। अभी इन सारे सवालों के जवाब मिलने बाकी हैं। बताया गया है कि सपा विधायक सोलंकी ने अपने लेटर पैड से चिट्ठी बनाकर दी कि डॉ रिजवान भारतीय मूल का है और वह आर्य नगर निवासी है। आधार कार्ड बनवाने, पासपोर्ट, फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट समेत अन्य जाली दस्तावेज बनवाने के दौरान इरफान सोलंकी और पार्षद मन्नू रहमान ने हर बार अपने लेटर पैड पर लिखकर दिया कि डॉ. रिजवान और उसका परिवार भारतीय है। फिलहाल पुलिस इरफान सोलंकी औऱ रिजवान के कनेक्शन की जांच कर रही है।
सपा विधायक सोलंकी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
पुलिस ने बताया कि यदि जांच में आरोप सही पाए गए तो इरफान सोलंकी का नाम भी FIR में बढ़ाया जाएगा। वहीं इरफान सोलंकी और पार्षद मन्नू रहमान के पत्र को फॉरेंसिक टीम ने जांच के दौरान कब्जे में ले लिया है। दोनों की हैंडराइटिंग को मिलाया जा रहा है। यदि हैंडराइटिंग मिलती है तो विधायक औऱ पार्षद की मुश्किलें बढ़नी तय है। क्योंकि बांग्लादेशी नागरिक विधायक और पार्षद की मदद से ही भारत में रह रहा था। बांग्लादेशी से भारतीय बने डॉ. रिजवान ने कानपुर निवासी खालिद माजिद की बेटी हिना खालिद से निकाह किया था। इसके बाद हिना बांग्लादेश में जाकर बस गई थी। इसके बाद हिना ने वहां की नागरिकता औऱ पासपोर्ट हासिल किया। फिर 2016 में पति और बच्चों के साथ कानपुर शिफ्ट हो गईं। फर्जी डॉक्यूमेंट्स के सहारे यहां का आधार और पासपोर्ट हासिल किया। बता दें कि धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करना, साजिश रचना और विदेशी विषयक अधिनियम 1946 के तहत 5 लोगों के खिलाफ थाना मूलगंज में केस दर्ज किया गया है।