सार

महिला का विवाह मुजफ्फरनगर के रहने वाले एक व्यक्ति से हुआ था और इतने वर्ष तक वह लंबी अवधि के वीजा पर यहां रह रही थी।

मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar). पाकिस्तानी महिला को आवेदन करने के पैंतीस साल बाद आखिरकार भारतीय नागरिकता मिल गई। महिला का विवाह मुजफ्फरनगर के रहने वाले एक व्यक्ति से हुआ था और इतने वर्ष तक वह लंबी अवधि के वीजा पर यहां रह रही थी।

कानूनी आधारों पर आवेदन हुआ था अस्वीकार 
एक स्थानीय खुफिया अधिकारी के अनुसार 55 वर्षीय जुबैदा की 35 साल पहले यहां योगेंद्रपुर इलाके के निवासी सैयद मोहम्मद ज़ावेद से शादी हुई थी। उसने शादी के तुरंत बाद भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया था लेकिन कुछ कानूनी आधारों पर इसे स्वीकार नहीं किया गया था। अधिकारी ने बताया कि वर्ष 1994 के बाद से वह देश में दीर्घकालिक वीजा पर रह रही थी और इस हफ्ते की शुरुआत में उसे भारतीय नागरिकता मिली।

महिला की है दो बेटियां, दोनों अब शादीशुदा
अब वह आधार, राशन कार्ड और मतदाता पहचान पत्र के लिए आवेदन कर सकती है। महिला की दो बेटियां हैं- 30 साल की रुमेशा और 26 साल की जुमेशा। दोनों शादीशुदा हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारतीय नागरिकों से शादी करके लगभग 25 पाकिस्तानी महिलाएं लंबी अवधि के वीजा पर मुजफ्फरनगर जिले में रह रही हैं।

 

 

[यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है]